Book Title: Aadhunikta aur Rashtriyata
Author(s): Rajmal Bora
Publisher: Namita Prakashan Aurangabad

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Page 15
________________ समकालीन इतिहास-बोध संवेदनाओं में जो परिवर्तन हो रहा है, उसे सही रूप में अभिव्यक्त कर उन संवेदनाओं के प्रति आपस में मानव समाज में-सहानुभूति का भाव पैदा करने का प्रयत्न करें। इस दिशा में कदम उठाना आधुनिकता के सही बोध को समझने के निकट होगा। पहले की तुलना में आज की पीढी के लेखक इस संवेदना को व्यक्त कर रहे हैं और इस सम्बन्ध में वे अपने देश के साथ साथ विदेश की चर्चा भी करते हैं क्योंकि हम आज कटकर जी नहीं सकते । यह समकालीन इतिहास-बोध की सब से प्रबल मांग है।

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