Book Title: Aadhunikta aur Rashtriyata
Author(s): Rajmal Bora
Publisher: Namita Prakashan Aurangabad

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Page 77
________________ इतिहास गया जिसके अनुसार को भारत स्वतंत्र हुआ । नया संविधान बनाया २६ जनवरी १९५० से भारतीय राष्ट्र को नया रूप प्रदान किया गया । आज हमारी राष्ट्रीयता का आधार हमारा संविधान है । संसद, मंत्रीमंडल और न्यायालय ये तीनों ही संविधान के अनुसार भारतीय राष्ट्रीयता के आदर्श के अनुसार देश का शासन कर रहे हैं और देश का सभी प्रकार से विकास करने के लिए प्रयत्नशील है। स्वतंत्रता के बाद चीन के आक्रमण ने हमको चेताया और हमें अपनी राष्ट्रीयता का बोध कराया। संसार में प्रथम बार हम भारतीय राष्ट्र की रक्षा के लिए उठ खड़े हुए । इस समय के जागरण ने हमें राष्ट्रीय दृष्टि से संगठित होने की प्रेरणा दी। इसी का परिणाम यह हुआ कि दूसरी बार जब हमारी राष्ट्रीयता को ललकारा गया -- भारत पाक युद्ध के समय तो भारत ने अपनी पूरी शक्ति का परिचय देकर अपने राष्ट्र की रक्षा की। इस समय देश भर में जिस एकता का अनुभव किया गया वह भारतीय राष्ट्रीय भावना का ही रूप था । इतिहास में प्रथम बार इस प्रकार देश ने संगठित रूप से मोर्चा लिया भौर इस में सफलता प्राप्त की । एकता की यह भावना बंगलादेश के निर्माण में भी दिखलाई दी है। इसके कारण विश्व के राष्ट्रों में भारतीय राष्ट्र के प्रति सम्मान की भावना में वृद्धि हुई है । ८५ ( सप्तसिन्धु, चण्डीगढ़ अक्तूबर १९६६ में ' भारत में राष्ट्रीय भावना का विकास' शीर्षक से प्रकाशित । ) २. अन्तिम दो वाक्य प्रकाशन के समय में लिखे गए हैं ।

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