Book Title: Aadhunikta aur Rashtriyata
Author(s): Rajmal Bora
Publisher: Namita Prakashan Aurangabad

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Page 41
________________ आधार ___ 'राष्ट्रीयता' राजनैतिक शब्द है । इस का सम्बन्ध राष्ट्र के इतिहास से है । प्रत्येक राष्ट्र का इतिहास अलग-अलग है, अतः प्रत्येक राष्ट्र की राष्ट्रीयता की कल्पना, राष्ट्रीयता की व्याख्या या राष्ट्रीयता की रूपरेखा अलग अलग है। राष्ट्रीयता ( विशेष रूप से राजनैतिक अर्थ में प्रयुक्त होने पर भी ) किसी राष्ट्र के सांस्कृतिक मानदण्डों को भाव रूप में किसी राष्ट्र विशेष के नागरिकों में जगाए रखने का काम करती है । इस आधार पर राष्ट्र विशेष के नागरिक अपने सांस्कृतिक मानदण्डो की रक्षा-हेतु राजनैतिक शक्ति का सहारा लेकर एक होते हैं। इस आधार पर युद्ध होते हैं और ऐसे समय में राष्ट्रीयता की व्याख्या सामयिक ( समय विशेष में ) परिस्थितियों के अनुसार ( राष्ट्र विशेष के ऐतिहासिक संदर्भ को ध्यान में रखकर ) की जाने लगती है। यह सब होनेपर भी राष्ट्रीयता शब्द का प्रयोग सभी राष्ट्रों की राष्ट्रीयता के लिए समान रूप से किया जाता है। शब्द का प्रयोग समान होने पर भी राष्ट्रीयता का अर्थ अलग अलग होने के कारण राष्ट्रों में संघर्ष होता है। इस संघर्ष को टालने का प्रयास किया जा सकता है, यदि विभिन्न राष्ट्र अपनी अपनी राष्ट्रीय मान्यताओं को ( यहाँ राष्ट्रीयता को) दूसरे राष्ट्र की राष्ट्रीय मान्यताओं के संदर्भ में विचार करने का प्रयत्न करें। अर्थात् राष्ट्रीयता की धारणा विश्व में विभिन्न राष्ट्रों __ में जैसे-जैसे एक अर्थ में प्रयुक्त होने की दिशा में आगे बढेगी

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