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छाया:
प्रणइजन-पूरिताशो राजा धनवाहन इति तमासीत् ।
प्राणप्रिया तस्य देवी वसन्तसेनेति नाम्ना ॥१०८॥ अर्थ :- नमन करेला लोकोनी आशाने पूरनार धनवाहन नामनो राजा त्यां राज्य करे छे। अने नाम वडे वसंतसेना प्राणप्रिया तेनी राणी छे। हिन्दी अनुवाद :- नमस्कार किए हुए लोगों की आशा को पूर्ण करने वाला धनवाहन नाम का राजा वहाँ राज्य करता है और प्राणप्रिया वसंतसेना उनकी रानी है। गाहा :
ताण य पुत्तो नरवाहणोत्ति नामेण उक्कड-पयावो । कमलावइत्ति-नामा धूया
अच्चंत-रूववई ।।१०९।। छाया:
तयोश्च पुत्रो नरवाहन इति नाम्नोत्कटप्रतापः । कमलावतीति नाम्नी
दुहितात्यंत-रूपवती ।।१०९॥ अर्थ :- उत्कट प्रतापवाळो नरवाहन नामनो तेमने पुत्र छे अने अत्यंत रूपवती कमलावती नामनी पुत्री छे। हिन्दी अनुवाद :- उत्कट प्रतापवाला नरवाहन नाम का उनका पुत्र है और अत्यंत रूपवती कमलावती नाम की पुत्री है। गाहा :-
धनवाहन राजा द्वारा पुत्रने भलामण अह अन्नया य राया दाउं नरवाहणस्स निय-रज्जं । कमलावई य भगिणी अणुरूव-वरस्स दायव्वा ।।११०॥
छाया:
अथान्यदाच राजा दत्वा नरवाहनाय निज-राज्यम् ।
कमलावती च भगिन्यनुरूप-वराय दातव्या ।।१.१०॥ अर्थ :- हवे एक वखत राजाट नरवाहनने पोतानुं राज्य आपीने फहयु, "तारी बहेन कमलावती योग्य वरने आपवी !" हिन्दी अनुवाद :- अब एक बार राजा ने नरवाहन को अपना राज्य देकर कहा - "अपनी बहन कमलावती योग्य वर को देना।" गाहा :-
धनवाहन राजा द्वारा दीक्षा अंगीकार इय भणिऊण पुत्तं सुगुरु-समीवम्मि जाय-संवेगो ।
संसारुच्छेयकरं सामन्नं उवगओ विहिणा ।।१११।। - युग्मम् छाया:
इति भणित्वा पुत्रं सुगुरु समीपे जात-संवेगः ।
संसारोच्छेदकरं श्रामण्यमुपगतो विधिना ॥१११॥ अर्थ :- आ प्रमाणे पुत्रने कहीने उत्पश्न थयेला वैराग्यवाळा राजार सद्गुरुनी पासे संसार नो उच्छेद (नाशा) करनार श्रमणपणाने विधि बड़े स्वीकार्य।
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