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प्रवचन-सुधा
यह देखकर सब लोग कहने लगे-बावा तेरी बड़ी करामात है । इसके बाद वे द्वपी लोग भी मुहपत्ती वांधने लगे।
इस सब के कहने का अभिप्राय यही है कि भगवान के प्रत्येक वचन में अपूर्व करामात है और जो उन पर दृढ़ श्रद्धा करके तदनुसार आचरण करते हैं, अनेक प्रकार की ऋद्धि-सिद्धियां आज भी प्राप्त होती हैं। अतः हमें अपनी विचार-धारा को दृढ रखनी चाहिए । वि० स० २०२७ कार्तिक शुक्ला ?
जोधपुर