Book Title: Pravachan Sudha
Author(s): Mishrimalmuni
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur

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Page 396
________________ धर्मवीर लोकशाह ३८३ कल मादलिया का संघ मेरी आंखों के आपरेशन कराने की विनती करने आया है । उनसे यही कहना है कि यदि डाक्टर कह देगा कि आपरेशन कराना आवश्यक है और मुझे सुख-समाधि रही तो मेरी भावना मादलिये मे कराने की है कल सुखे-समाधे विहार करने का भाव है। प्रातःकाल प्रार्थना करेंगे और साढे आठ बजे विहार का विचार है। यहां चल कर सोजतिया गेट के वाहिर जहां ठीक स्थान मिल जायगा वहां जाने का भाव है। उसके बाद कोठारी हरकचद जी के मकान मे जाने का भाव है । पुन: नवमी रोड पर इन्द्रमल जी के यहां भी जाने का विचार है तथा सूरसागर और महामन्दिर वा विद्यामन्दिर जाने के भी भाव हैं । ऐसा प्रोग्राम है । फिर कल जैसी समाधि रही वैसे वैसे ही जाने का भाव रखता हूं। ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः । वि० सं० २०२७ कार्तिक शुक्ला १५ जोधपुर

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