Book Title: Natyadarpan Hindi
Author(s): Ramchandra Gunchandra, Dashrath Oza, Satyadev Chaudhary
Publisher: Hindi Madhyam Karyanvay Nideshalay Delhi

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Page 14
________________ विषय रस-दोष रसों के स्थायी भाव व्यभिचारिभाव (१) निर्वेद (२) ग्लानि (३) (४) शङ्का (५) प्रसूया (६) मद (७) ( 5 ) अपस्मार श्रम चिन्ता (६) चपलता (१०) प्रावेग (११) मति (१२) व्याधि (१३) स्मृति (१४) धृति (१५) घमर्ष (१६) मरण (१७) मोह निद्रा (१८) ( १९ ) सुप्त ( २० ) उग्रता (२१) हर्ष (२२) विषाद (२३) उन्माद (२४) दैन्य (२५) व्रीडा (२६) त्रास (२७) तर्क ( २८ ) गर्व (२९) श्रौत्सुक्य (३०) प्रवहित्था (३१) जाडघ (३.) प्रालस्य (३३) विबोध Jain Education International (च) For Private & Personal Use Only :: .... **** ... 4460 .... **** .... .... 200 **** ~** .... ... ... ... 1830 1300 ... पृष्ठ ३२४ ३२६ ३३० ३३१ ३३२ ३३३ ३३३ ३३३ ३३४ ३३५ ३३५ ३३५ ३३६ ३३६ ३३७ ३३७ ३३८ ३३८ ३३८ ३३६ ३४० ३४० ३४१ ३४१ ३४१ ३४२ ३४२ ३४३ ३४३ ३४४ ३४४ ३४४ ३४५ ३४५ ३४६ २४७ www.jainelibrary.org

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