Book Title: Jindutta Charit
Author(s): Rajsinh Kavivar, Mataprasad Gupta, Kasturchand Kasliwal
Publisher: Gendilal Shah Jaipur

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Page 237
________________ १६४ ताम = उसको - १०६, १४५, आदि । तिय स्त्रियाँ - ७६, तामहि = उस समय २२५ तारादे - तारुणी ताल = साला = तालु तालु - ३२६, तास - उसके - ३४६, -- + तासु = उसका २३," ताह उस, उन्हें ३६६, ताहि = उसे, तब - ७४, तार्ह उनको, तख १, २२३, C ४५.७, तिउ लिए ते ३२२, ३६८, - तिरिए उन- ७१, १८५, ३४२, तिथि = तोन- ५१, - - २७५, तरुणी - ३३५, आदि - २८२, - २२६, = - 62 - - - तिरणु सितु उतना - २२०, = तित्थु = वहां २६१, ४१६ आदि तिन - उन्हें - ८२, - - — - ४४७, तिनसि तिनसे ३६५, तिनि = तैसी - ३३३, ४१६, निनि - ५१६, सिन्मिउ तीनों - ३४४, ४४२, दिन्बों तीनों - ३१६, तिन्ह = उनके - ३३८३८७, तिन्हई उन्हें १७०, तिन्हि = उन्हें - २०४, तिन्हु = उन्होने ४२, आदि = तिन्ह कहु : उनके - ११५, तिन्तु हुँ = तीनों - ३६६ तिमिर = प्र'धेरा - २८६, - आदि, — अरवि "श्रादि, तियातन की माला १२७४ तिरइ = तैरना - २६०, तिरिय= स्त्री - २५८, " तिरियनु - ४३८, तिरिया = स्त्री - ४२७, तिरिवि = = तिरी = स्त्री - २७८ ३०६ तिल तिलक तिलक = तिलोत्तम = तिलांसभा - ३७६, तिलंग = तेलग - २७०, = = पार करना - २२२, = तिस - उसका तिसु = उसे - ३३५, तिसुधि = त्रिशुद्धि ५१६, १४६, तिह उस = तिहां = वहीं - १५१. तिहि = उसके ४७, आदि, तिहु श -- - ३६५, आदि, तिहुकाल = त्रिकाल - १८६, तिसका - १००० = लिह को तिवरण त्रिभुवन ६, २४, तिहू = तीन - ४२१, ४३०, "" - १८२, ती उ तीजइ = तीसरे सीजी = तीसरा ३४२, ५४६, ३४८, तीन तीनि तीन- ४१० तीनिउ = तीनों - ३४४, ३६१. - यदि, ...... १६७ £5, सीन्मौ = तीथ आदि, -- श्रादि, ६२,.....क्रादि, - - तीनों - ३३१. स्त्रियों - ५३५, आदि,

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