Book Title: Dravyapraman Prakaranam Evam Kshetrasparshana Prakaranam
Author(s): Jagacchandrasuri
Publisher: Divyadarshan Trust

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Page 15
________________ ग्रन्थकारगुरुप्रमुखानां प्रशस्तिः ........... ........... ६३-६५ क्षेत्रस्पर्शनाप्रकरणमूलगाथाः . ........... ६६-७१ .भा.प्रेम सूरि म.सा. तथा पू.पं. ५५४५७ म.सानो ढूंपश्यिय .......... .... ७२ गुरु-गुण अमृतवेली रास ........... ७४-९५ गुरु-गुए। सौरम यौत्रीशी ..... साराम यात्राशा ........................... .९६-९९ चित्रानुक्रमः प्रसङ्गायात-'दोसु उड्ढकवाडेसु तिरिय-लोयतट्टे य' । इति व्यवहारनयप्रधान-सूत्राणुसारेणाऽपर्याप्ततेजस्कायजीवानां क्षेत्रप्रदर्शकं चित्रम् । ..... चतुर्दशरज्जुप्रमाणे लोके तत्तन्नारकतत्त-द्देवादीनां रज्जुभेदेन स्थानदर्शकं चित्रम् .............. ३५ १३

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