Book Title: Chaityavandan Bhashya Prashnottari
Author(s): Vignanjanashreeji
Publisher: Jinkantisagarsuri Smarak Trust

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Page 13
________________ 210 215 242 243 256 259 2R 13. छट्ठा प्राणिपात द्वार 14. सातवाँ नमस्कार द्वार 15. आठवाँ वर्ण द्वार 16. नौवा पद द्वार 17. दसवाँ संपदा द्वार 18. ग्यारहवाँ दण्डक द्वार 19. बारहवा अधिकार द्वार 20. तेरहवां वंदनीय द्वार 21. चौदहवाँ स्मरणीय द्वार 22. पन्द्रहवाँ जिन द्वार 23. सोलहवां स्तुति द्वार 24. सत्रहवाँ निमित्त द्वार 29. अट्ठारहवाँ हेतु द्वार 30. उन्नीसवाँ आगार द्वार 31. बीसवाँ कायोत्सर्ग द्वार 32. इक्कवीसवाँ कायोत्सर्ग प्रमाण द्वार 33. बावीसवाँ स्तवन द्वार 34. तेवीसवाँ चैत्यवंदन प्रमाण द्वार 35. चौबीसवाँ आशातना द्वार 36. देववंदन विधि 37. दिगम्बर परम्परानुसार 38. परिशिष्ट 280 307 317 346 355 359 366 369 377 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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