Book Title: Bharatiya Sanskruti me Jain Dharma ka Yogdan
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Madhyapradesh Shasan Sahitya Parishad Bhopal

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Page 13
________________ चित्र-सूचो शिवयाका स्तूपवाला प्रायागपट मथुरा - ३७७, मथुरा का जिनमूर्ति युक्त आयाग पट ३७८, दुमंजली रानी गुम्फा उदयगिरि ३७६ उदयगिरि की रानी गुम्फा के तोरण द्वार पर त्रिरत्न व अशोक वृक्ष - ३७६, रानी गुम्फा का भित्ति चित्र - ३८०, तेरापुर की प्रधान गुफा के स्तम्भों की चित्रकारी - ३८०, तेरापुर की प्रधान गुफा के भित्ति चित्र - ३८१, तेरापुर की तीसरी गुफा का विन्यास व स्तम्भ३८१, एलोरा की इन्द्रसभा की ऊपरी मंजिल - ३८२, लकुंडी का जैन मन्दिर - ३५३, खजुराहो के जैन मन्दिरों का सामूहिक दृश्य - ३८३, खजुराहो के पार्श्वनाथ मन्दिर के भित्ति चित्र -३८४, सोनगिरि के जैन मन्दिरों का सामूहिक दृश्य३८५, आबू के जैन मन्दिरों के छत की कारीगरी - ३८५, राणकपुर की जैन मन्दिर - ३८६, चित्तोड़ का जैन कीर्ति स्तम्भ ३८७, शत्रुंजय के जैन मन्दिरों का सामूहिक दृश्य - ३८७, लोहानीपुर की मस्तक हीन जिन मूर्ति - ३८३, संघटी की मस्तक हीन नग्न मूर्ति - ३८८, सिंधघाटी की त्रिशृंग युक्त ध्यानस्थ मूर्ति३८६, ऋषभ की खड्गासन धातु प्रतिमा, चौसा - ३६६, तेरापुर गुफा के पंद्मासन पार्श्वनाथ - ३६०, तेरापुर गुफा के खड्गासन पार्श्वनाथ - ३६०, पार्श्वनाथ की पद्मासन मूर्ति उदयगिरि विदिशा - ३६१, देवगढ़ की तीन पद्मासन जिन प्रतिमाएं - ३६१-३६२, देवगढ़ की खड्गासन जिन प्रतिमा- ३६३, जीवन्त स्वामी की धातु प्रतिमा आकोट - ३६३, श्रवणबेलगोला के गोम्मटेश्वर बाहुबलि ३६४, बाहुबलि की धातु प्रतिमा- ३६५, देवगढ़ की युगल प्रतिमा - ३६६, चन्द्रपुर की युगल प्रतिमा - ३६६, मूडबिद्री के सिद्धान्त ग्रन्थों के ताड़पत्रीय चित्र - ३६७, सुपासगाह चरिय का कागद चित्र - ३६८ । ग्रंथ-सूची शब्द - सूची Jain Education International For Private & Personal Use Only ३७७-३६८ ३६६-४२४ ४२५-४६४ www.jainelibrary.org

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