Book Title: Atma Siddhi Shastra Vivechan Part 4
Author(s): Shrimad Rajchandra, Rakeshbhai Zaveri
Publisher: Shrimad Rajchandra Ashram

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Page 12
________________ Jain Education International भात्मसिदि. ---- लेस्ट३५ समस्या दिना, परम्यो दु:ख भवंर आपकी तो पहली रुद्‌रे लगत वर्तमान दिसारखा भात्मादिने भर हाजमा, मोक्ष मार्ग बहु खोड लाग्यो भान भगोने के देना बेडलाई ईरानni ji, होश क्रिया - ४९ धर्ध माने मानेर मोनो दुईपर उसके लेश जाही क्रियामा वनिता अंतर भेट १३, झान मार्ग नरदेवता, तेर क्रियान ময कंध मोदर छ छुटना, लाने ac niहि बजे मोएर दर्शमा १९७६ द्वाराराणीने आंतर बैवेत्यादि रुईज तो ले सब भातमज्ञान, तेमळ भयात्म झाखनी, प्राहितां निधान ५ योग विभाग न दित्तमा, भाये न तेनेान भार त्याग दिया, तो लूले जिल्लाक For Private & Personal Use Only د * * * * * * ******* * * * * * * * * * * * * ****T*E www.jainelibrary.org

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