Book Title: Aspect of Jainology Part 3 Pandita Dalsukh Malvaniya
Author(s): M A Dhaky, Sagarmal Jain
Publisher: Parshwanath Vidyapith
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माघ सुदि ५
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माघ वदि ८ सोमवार
माघ वदि ८ सोमवार माघ वदि ८ सोमवार
अमररत्नसूरि चन्द्रप्रभस्वामी की मुनिसुव्रतदेरासर, वही, पंचतीर्थी प्रतिमा डभोई
भाग १, लेखाङ्क ६५ का लेख देवरत्नसूरि आदिनाथ की प्रतिमा जैन मंदिर, ऊझा बुद्धिसागर, पूर्वोक्त, का लेख
भाग-१, लेखाङ्क १८२ देवरत्नसूरि संभवनाथ की चौबीस
संभवनाथ की चौबीसी चिन्तामणिपार्श्वनाथ वही, भाग-२
प्रतिमा का लेख जिनालय, खंभात लेखाङ्क १११९ देवरत्नसूरि सुविधिनाथ की सुमतिनाथ जिनालय, नाहर, पूरनचन्द, प्रतिमा का लेख पालिताना पूर्वोक्त, भाग २,लेखाङ्क
१७५९ एवं विजयधर्मसूरि, पूर्वोक्त, लेखाङ्क ४३५
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आगमिक गच्छ/प्राचीन त्रिस्तुतिक गच्छ का संक्षिप्त इतिहास
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१४१.
१५५१ माघ वदि ८ देवरत्नसूरि वासुपूज्यस्वामी की चिन्तामणिपार्श्वनाथ बुद्धिसागर, पूर्वोक्त, सोमवार
प्रतिमा का लेख देरासर, कड़ी भाग १, लेखाङ्क ७२२ १५३२ वैशाख ......। अमररत्नसूरि अभिनन्दनस्वामी की आदिनाथ जिनालय, विजयधर्मसूरि, पूर्वोक्त,
धातु-प्रतिमा का लेख जामनगर लेखाङ्क ४४६ । __वैशाख ... ...। अमररत्नसरि शान्तिनाथ की प्रतिमा बावनजिनालय, . बुद्धिसागर, पूर्वोक्त,
का लेख पेथापुर भाग-१ लेखाङ्क ७१२ १५३२ ज्येष्ठ वदि १३ अमररत्नसरि महावीर स्वामी की आदिनाथ जिनालय, मुनिविशाल विजय,
धातु-पंचतीर्थी प्रतिमा राधनपुर पूर्वोक्त, लेखाङ्क २८१ का लेख
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