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आगामी वर्ष की जनगणना में अपने को 'जैन' लिखवाइये
अखिल भारतीय जनगणना समिति की ओर से प्राप से बार-बार निवेदन किया गया है कि फरवरी सन् १९७१ में होने वाली जनगणना मे सब भाई-बहिन अपने को जैन लिखाएँ। जिससे प्रापकी संख्या का ठीक निर्धारण हो सके। और हम सरकार को यह दिखा सके कि हमारी जनसंख्या बहुत अधिक है। प्राशा है समाज के नवयुवक ग्रागे बढेगे और जपने पास-पास के मुहल्लों मे स्वय जाकर जनगणना कार्य में सहयोग प्रदान कर सामाजिक एकता को स्थिर करने में अपना योगदान देकर अनुगृहोत करेगे ।
व्यवस्थापक वीरसेवामन्दिर २१ दरियागंज
दिल्ली
वीर-सेवा-मन्दिर और "अनेकान्त" के सहायक १०००) श्री मिश्रीलाल जी धर्मचन्द जी जैन, कलकत्ता । १५०) श्री चम्पालाल जी सरावगी, कलकत्ता १०००) श्री देवेन्द्रकुमार जैन, ट्रस्ट
१५०) श्री जगमोहन जी सरावगी, कलकत्ता श्री साहू शीतलप्रसाद जी, कलकत्ता
१५०) ,, कस्तूरचन्द जो प्रानन्दीलाल जी कलकता ५००) श्री रामजीवन सरावगी एण्ड संस, कलकत्ता १५०) , कन्हैयालाल जी सीताराम, कलकत्ता ५० ) श्री गजराज जी सरावगी, कलकत्ता
१५०) ,पं० बाबूलाल जी जैन, कलकत्ता ५००) श्री नथमल जी सेठी, कलकत्ता
१५०) , मालीराम जी सगवगी, कलकत्ता ५००) श्री वैजनाथ जी धर्मचन्द जी, कलकत्ता १५०) ,, प्रतापमल जी मदनलाल पांड्या, कलकत्ता २५१) श्री शिखरचन्द जी झाझरी, कलकत्ता
१५०) , भागचन्द जो पाटनी, कलकत्ता २५१) श्री रा० बा० हरखचन्द जी जैन, रांची १५०) , शिखरचन्द जी सरावगी, कलकत्ता
२५१ श्री अमरचन्द जो जैन (पहाडया), कलकत्ता १५०) , सुरेन्द्रनाथ जी नरेन्द्रनाथ जी कलकत्ता २५१) श्री स० सि. धन्यकुमार जी जैन, कटनी
१०१) , मारवाड़ी हि० जैन समाज, ज्यावर २५१) श्री सेठ सोहनलाल जी जैन,
१०१) , दिगम्बर जैन समाज, केकड़ी मैमर्स मुन्नालाल द्वारकादास, कलकना
१०१) , सेठ चन्दूलाल कस्तूरचन्दजी, बम्बई नं. २ २५१) श्री लाला जयप्रकाश जी जैन
१०१) , लाला शान्तिलाल कागजी, दरियागंज विल्ली स्वस्तिक मेटल वक्स, जगाधरी
१०१) , सेठ भंवरीलालं जी बाकलीवाल, इम्फाल २५०) श्री मोतीलाल होराचन्द गांधी, उस्मानाबाद
१०१) , शान्तिप्रसाद जी जैन, जैन बुक एजेन्सी,
नई दिल्ली २५०) श्री बन्शीवर जी जुगलकिशोर जी, कलकत्ता
१०१) , सेठ जगन्नाथजी पाण्या झूमरीतलया २५०) श्री जुगमन्दिरदास जी जैन, कलकत्ता
१०१) , सेठ भगवानदास शोभाराम जी सागर २५०) श्री सिंघई कुन्दनलाल जी, कटनी
१०१) , बाबू नपेन्द्रकुमार जी जैन, कलकत्ता २५०) श्री महावीरप्रसाद जी अग्रवाल, कलकत्ता १०१) , सेठ दानमल हीरालाल जी, निवाई (राज.) २५०) श्री बी० प्रार० सी० जन, कलकत्ता
१००) , बद्रीप्रसाद जी प्रात्माराम जी, पटना २५०) श्री रामस्वरूप जी नेमिचन्द्र जी, कलकत्ता १००), रूपचन्दजी जैन, कलकत्ता १५०) श्री बजरंगलाल जी चन्द्रकुमार जी, कलकत्ता । १००), जैन रत्न सेठ गलाबचन्द मी टोग्याइन्वीर