Book Title: Agamsaddakoso Part 3
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agamdip Prakashan
View full book text
________________
(सुत्तंकसहिओ)
૩૯૯
भय [भय] मय, ३२, त्रास, भी, भोडनीय भनी || आया. ३५८,४१२ थी ४२०,४८०,४८४ એક પ્રકૃત્તિ જેના ઉદયે ભય ઉપજે
४८६,४८८,४९५,४९७; आया. ७६,११६,१३६,५११,५३७;
सूय. २७१,६३२,६४१,६६५,६७०; सूय. ३४,९१,२९७,३०५,३९१;
भयक /भृतकानोऽ२ ठा. १७९,३९२,४५०,८८४,९२५:
पण्हा. ११,२१,२४,४५; सम. ५१,६०,२२७; भग. १६३,१७२,
भयकर [भयकर मयनार ३६८,४१०,४६४,५२०,५३३;
पण्हा. १५; नाया. ४,६२,६५,८७,१२३,१४४;
भयग/भृतकानोर, हास अंत. १३,
ठा. १३६,२८५; उवा. २;
नाया. ५२;
जीवा. १८५; जंबू. ३७; पण्हा . ८; विवा ९.१९:
भयगत /भृतकत्वानो४२५j उव.६,१६,२१%;
भग. ५५१; राय. ४८,५३;
११६,११७;
भयगभत्त [भृतकभक्तानो २ भाटे आर्युलोन पन्न. १,१९६,३८५,५४० थी ५४२;
निसी. ५८५; जंबू. ४४,७८,८४,८८,८९,९५;
भयद्वाण [भयस्थान भयना स्थानी ना सात निर. १५; पुष्फि . ८;
मेहछे. पुष्फ. ३; आउ. ११;
ठा. ६००,८७२; सम. ७; महाप. ७४; भत्त. ९८;
संथा. ४१;
आव. २३: तंदु. ९६; संथा. ४८;
उत्त. १२३४; दसा. २२; जीय. १२;
भयण [भजन] सोम, आप, तृru, सेवा दस.३५,२३६,३४७;
सूय. ४४७; उत्त. २९,१४४,१६७,२८२,४४३,५०८, भयणा/भजनावि८५, होय अथवानपडोय, ५६८,६५९,७८८,८१०;
સેવા नंदी. ४१
अनुओ. २२१; भग. ६४,२४५,५८४,३९१ थी ३९४,५६०, भय [भ] , सेवई
७८०,८३९,९४३,९९३: सूय. ४६४: दस. ४०२:
जीवा. ५०,१३१; पन्न. १३२; उत्त. ३३८,७९४,८३३;
ओह. ४९; नंदी. १३४: भयंकर [भयङ्कर भय ४२१२
भयनिस्सिया [भयनिश्रिता] मृषालापानी
ભેદ, ભયને આશ્રિને भग. १७२,३५९: नाया. ८७;
पन्न. ३८४: पण्हा. २,७,९,१२,१५,१६; ।
भयभीय [भयभीत भयभीत जंबू. ४९: उत्त. ८८९;
गच्छा. १०० भयंत (भदन्त] मो 'भदंत'
भयभेरव [भयभैरव भयथी मयं४२ उव. ३४,५१; वीर. ३३,३४
जंबू. ४३; उत्त. ७२३:
भयमाण भजमानामती, सेवारतो भयंतार [भदन्त]ओ भदंत' मयधीजयावना२ ||
सूय. १२७;
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546