Book Title: Agamsaddakoso Part 3
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agamdip Prakashan

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Page 481
________________ ४८० आगमसद्दकोसो - निसी. ७८८: बुह. १३७; || महानिज्जर [महानिर्जर] भनी एनि। ४२॥२ अनुओ. २६५; ठा. २२४,४३१ महानंदियावत्त [महानन्द्यावर्ती भाशुविदोनुं भग. २७३,२७५,३६३,६७२,७६५; એક વિમાન, ઘોષ તથા મહાઘોષ ઇંદ્રના उत्त. ३८२,३९६,४१७,४२६; લોકપાલનું નામ महानिजरतर [महानिर्जरतर] भनी pil-ril ठा. २७०; सम.४१; નિર્જરા કરનાર भग. २०१; भग. २७३: महानक्खत्त [महानक्षत्र) मोटा नक्षत्र महानिजरतराय [महानिर्जरतरक] भनी अत्यंत सूर. ४९,५१,६९; ક્ષય કરવો તે महानगर /महानगर भोटुंनगर अनुत्त. ११; पण्हा. ८,३९; जीवा. ६९; महानिजामय [महानिर्यामका महान् नियाभर महानदी महानदी] मोटी नही उवा. ४६ः महानिडाल [महाललाट] भोट sun ठा. २११,३२१,४५०,४७२,५१३,५७३; भग. २५४,३६०,४६४; पण्हा. १९: महानिधि [महानिधि] भोटो राय. ४२; जीवा. १६७,१८२, नो, यतानु એક નિધાન १८६,१९०,२०५,२२४,२२८,३००; जंबू. १७१,२०९; ठा. ८१५,८१६,८२५; महानिमित्त [महानिमित्त अष्टांगनिभिः शास्त्र महानरग [महानरका मोटी न२७ ठा. ७१३, भग. ५५१.६३९; जीवा. ८२.१०५; महानियंठ [महानिर्ग्रन्थ/मोनिथ, महान् साधु महानलिन [महानलिना मोटुंभ उत्त. ७६३; सम. ४२ महानियंठिन्ज [महानिर्ग्रन्थीय] 'Gत्तयए।' महानस [महानसा रसोई સૂત્રનું એક અધ્યયન नाया. १५०,१६५; उत्त. ७१३,७६५; महानससाला /महानसशाला रसोई घर महानिरय [महानिरय] भोटान२४ावास नाया. ९८,१४५; ठा. ४८९,५६६, सम. २३७; महानसिणी [महानसिनी]राधनारी भग. ५६४,५६९; जीवा. ९५; भग. ५२२ नाया. ७५; पन्न. १९६: महानसिय [महानसिक रांधना२ महानिसीह [महानिशीथ (छ) सामसूत्र विवा. ३२: गच्छा. १३५; नंदी. १३७; महानाग [महानाग] मोटोथी महानिहाण [महानिधान] भोटो मानों उत्त. ७०० ठा. ४२८; महानिक्खमण [महानिष्क्रमण] भोटुं निष्ठभए।- महानिहि [महानिधि हुमो ‘महानिधि' દીક્ષા ठा. ७०७,८१५; अंत. २०: जंबू. १०६,११५,१२१,१२३,१२४; Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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