Book Title: Agam Padyanam Akaradikramen Anukramanika 01
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 27
________________ असओ नत्थि पसूई अ अह चोद्दसहिं ठाणेहिं, असओ नत्थि पसूई (विशे.) १९६८ असिवाई कारणिआ (ओघ.) ७ अस्सा हत्थी मणुस्सा (उत्त.) ६९४ असच्चमोसं सच्चं च, (द.वै.) २८० असिवे ओमोयरिए रायदुढे (ओघ.) ११२ अस्सि च लोए अदुवा (सूत्र.) ३८४ असज्झाइयनिज्जुत्ति (आ.नि.)१४१७ असिवे ओमोयरिए रायभए (ओघ.) ८ अस्सि सुठिच्चा तिविहेण (सूत्र.) ५९५ असज्झाइयनिज्जुत्ती (आ.नि.)१३२१ असिवे ओमोयरिए राया (द.नि.) ७३ अस्सुयनिस्सियमेवं (विशे.) ३०२ असज्झाइयनिज्जुत्ती (आ.नि.)१४१६ असिवे सदसं वत्थं लोहं (ओघ.) भा.१८ अस्से अ इइ के वुत्ते?, (उत्त.) ८७० असज्झायं तु दुविहं (आ.नि.)१३२२ असिवोमाघयणेसुं बारस (आ.नि.)१३५९ अस्सेदं ववएसो (विशे.) २८८६ असढो तुलासमाणो (विशे.) ३४११ असिसत्तिकोंततोमरसूलति- (सू.नि.) ७२ अहं च भोगरायस्स, तं (उत्त.) ८०७ असणं पाणगं चेव, (आ.नि.)१५८७ असी(अरसा) हिं अयसि- (उत्त.) ६३७ अहं च भोगरायस्स, तं (द.वै.) १३ असणं पाणगं चेव, (आ.नि.)१५९१ असीई च तंदुलसय (त.प.) ५५ अहंपि जाणामि जहेह (उत्त.) ४१४ असणं पाणगं वावि, (द.वै.) १०६ असुइकुणिमदुईसणसंजोग- (अनु.) ७४ अह अट्ठहि ठाणेहिं, (उत्त.) ३१२ असणं पाणगं वावि, (द.वै.) १०८ असुइट्ठाणे पडिया चंपग- (आ.नि.)११११ अह अण्णया कयाई गिम्हे (आ.नि.)३५० असणं पाणगं वावि, (द.वै.) ११० असुइमलभरियनिज्झरस- (अनु.) ७५ अह अन्नया कयाई . (उ.नि.) ४३१ असणं पाणगं वावि, (द.वै.) ११२ असुइ सरीरं रोगा (म.प.) ६४७ अह अन्नया कयाई (उ.नि.) ४३८ असणं पाणगं वावि, (द.वै.) ११६ असुईअमिज्झपुत्रं कुणिम- (त.प.) ९५ अह अन्नया कयाई जय- (उ.नि.) ४६७ असणं पाणगं वावि, (द.वै.) ११८ असुत्ते दुहाणुबंधं (द.नि.) १२३ अह अन्नया कयाई पासा- (उ.नि.) ४१२ असणं पाणगं वावि, (द.वै.) १२० असुभपरिणामहेऊ (विशे.) १७६८ अह अन्नया कयाई, पासांया-(उत्त.) ७४८ असणाईण चउण्हवि (पि.नि.) १७० असुभा विउव्वणा खलु (जीवा.) १७ अह अन्नो तो एवं (विशे.) १५६० असद्दह वेयणाए पायच्छित्ते (म.प.) ३३१ असुभो जो परिणामो (विशे.) १७६६ अह अविमुक्कोऽवि (विशे.) २४७० असब्भावं पवातंति दीणं (इसि.) २८।१५ असुभो तिव्वाईओ (विशे.) २५३३ अह आगओ तुरंतो देवो (आ.नि.)५०१ असमट्ठिईण नियमो (विशे.) ३०४५ असुयक्खरपरिणामा (विशे.) १५७ अह आगओ सपरिसो (उ.नि.) २९२ असमणुण्णस्स विमुक्खो (आचा.) २५२ असुरसुरं अचवचवं अदुय- (ओघ.) भा.२८९ अह आसगओ राया (उ.नि.) ३९८ असमत्तसुओऽवि मुणी (म.प.) १६९ असुराणं नागाणं उदहिक (दे.प.) ४८ अह आसगओ राया, खिप्प- (उत्त.) ५३५ असमाणो चरे भिक्खू, (उत्त.) ६७ असुरा नाग सुवण्णा, (उत्त.) १५६० अह इह सफलं कम्मं (विशे.) १७८३ असमाहि य सबलत्तं (द.नि.) ७ असुरा नाग सुवन्ना विज्जू (प्रज्ञा.) १३८ अह उवयारो कीरइ (विशे.) १६० असरीरा जीवघणा (प्रज्ञा.) १६९ असुरेसु हुंति रत्ता (प्रज्ञा.) १४८ अह ऊणअट्ठवासस्स (आ.नि.) भा.७२ असरीरा जीवघणा उवउत्ता (औप.) १९ असेसं अक्खयं वावि, सव्व-(सूत्र.) ६६५ अह ऊसिएण छत्तेण, (उत्त.) ७७५ असरीरा जीवघणा उवउत्ता (आ.नि.)९७७ असोओ किन्नराणं च (स्था.) १०८ अह एगराइआए पडिमाए (उ.नि.) ४७३ असरीरा जीवघणा उवउत्ता (दे.प.) २८९ अस्संखिज्जाणोसप्पिणीण (उत्त.) १२९६ अह एगो सव्वमओ (विशे.) १९५४ असहाइ सहायत्तं करंति (आ.नि.)१००५ अस्संजएहि भमरेहि जइ (दश.) १२५ अह ओवयारिओ पुण (दश.) ३२० असहायमसोहिकर (विशे.) ११७० अस्संजमजोगाणं पसंधणं (पि.नि.) ४६० अह कयमकयं न कय (विशे.) ३३६९ असासए सरीरंमि, रइं (उत्त.) ५९५ अस्संजमत्तोगसणं (महा.) १११ अह कारणोवगारि (विशे.). २८३८ असासयं दट्ट इमं (उत्त.) ४२९ अस्संजममण्णाणं मिच्छतं (म.प.) २२० अह कारणोवगारि (विशे.) २६२९ असिअसिरओ सुनयणो (आ.नि.)१९२ अस्संजममण्णाणं मिच्छतं (महा.) १८ अह कालंमि संपत्ते, (उत्त.) १५९ असिअसिरओ सुनयणो (आ.नि.) भा.७० अस्संजममन्नाणं मिच्छत्तं (आ.प.) ३० अह कीस पुण गिहत्था (दश.) ११२ असिपत्ते धणुं कुंभे, वालु (सू.नि.) ६७ अस्संजमवोसिरणं उवहि- (म.प.) २९९ अह कुणसि थुल्लवत्था (विशे.) २५६४ असिपत्ते धणु कुम्भे (सम.) १२ अस्संजमो य एक्को (विशे.) २१२० अह कुसुमसंभवे काले (स्था.) ४९ असिपत्ते धणू कुंभे वालू (भग.) २८ अस्संजमो य एक्को (आ.नि.)७४० अह कुसुमसंभवे काले (अनु.) २९ असिप्पजीवी अगिहे अमित्ते, (उत्त.) ४९१ अस्संजय जइरूवे (विशे.) २३६७ अह केसरंमि उज्जाणे, (उत्त.) ५३३ असिमसिसारिच्छीणं (त.प.) १२२ अस्सकन्नी य बोद्धव्वा, (उत्त.) १४५४ अह केसरमुज्जाणे (उ.नि.) ३९७ असियसयं किरियाणं (सू.नि.) ११९ अस्सण्णी खलु पढमं दोच्चं (जीवा.) ८ अह कोइ न इच्छिज्जा, (द.वै.) १५५ असियसिरया सुनयणा (ज्ञाता.) ८ अस्सन्नी खलु पढमं (प्रज्ञा.) १८३ अह को पुणाइ नियमो (ओघ.) ५२९ असिलठ्ठिकुंतचावचामर (औप.) प्र.१ अस्साओ उववण्णो अस्साओ(जीवा.) १८ अह खंधो इव संघाय० (विशे.) २४६९ असिलोगभयमजसओ (विशे.) ३४५२ अस्सायमाइयाओ जावि (आ.नि.)५७३ अह चित्तसुद्धपक्खस्स (आ.नि.) भा.६१ असिवाइकारणेहिं अहवा (द.नि.) ६५ अस्सावगपडिसेहो छठे (आ.नि.)३६५ अह चोद्दसहि ठाणेहिं, (उत्त.) ३१४

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