Book Title: Agam Padyanam Akaradikramen Anukramanika 01
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala
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७५८३
६८५९ दुपात
दिट्ठो य तहिं पिउणो, दिट्ठो य तहिं पिउणो, दिट्ठो य नमुइणा सो, दिट्ठो य मक्कडीए, लग्गा दिट्ठो य सो महप्पा, दिट्ठो सुओऽणुभूओ, दिवो सेणावइणा, अपुत्तएणं दिण्णं पुरओ तं चेव, दिण्णं बहुं पि दाणं, दिण्णा भणितो य इम, दिण्णाऽऽसणो निसण्णो, दिण्णासीसेण य मुणिवरेण, दिण्णो जलंऽजली भवदिण्णो य तीए बीयो, दिण्णो रण्णाऽऽएसो, तत्तो दित्तंऽतरंगरिउवग्गदियगहियाऽऽइचउहा, दिवसं निसं पिवासं, दिवसे वा स मुहत्तो, दिव्वे सद्दे सुणई, समुद्दपुरदिस खामण अणुसट्ठी, दिसि अवरदक्खिणा १ दिसिचक्कपवट्टतुरंगगणं, दिसिचक्कागयनेगम-कीरन्तदीक्षितो ब्रह्मचारी दीणत्तमऽणादेयत्तणं दीणत्तमेसि अत्थी, लद्धत्थं दीणाणमणाहाणं, दीणाऽणाहप्पमुहंच, दीणाऽणाहाण परं, दीसइ य जेण सविसेसदीसइ सुणिज्जए वा, जो दीहदरिसणमऽखुदं, दीहरजडाकडप्पो-त्थइयदीहाऽऽउया अरोगा, दुक्कडगरिहानामं, बारसमं दुक्करकरणं च इमं, दुक्खं वज्जघडीए, कि दुक्खक्खयकम्मक्खयदुक्खसहत्तमिह गुणा, दुग्गंधमणुयतणुपरिदुग्गे भवकंतारे, दुच्चरियं अण्णेसि, पमायओ दुज्जणसंसग्गीए, पायं दुज्जणसंसग्गीए, संकिज्जइ
८०७३ दुट्ठपमायपिसाए, निहणेइ ९१८६ दुट्ठमणवयणकायाऽऽउहेहि, ६१०१ दुण्णिग्गहेण इत्थी-गहेण,
दुतिचउरिदियविगला, ३२२१
दुत्तरमऽवि भवजलहिं,
दुप्पणिहाणतिगं पि ६९८० दुम्महणकसायपयंड-सत्तुणा ८५४३ दुयसीलत्तं तं पुण, २३७४ दुरऽणुचरमुत्तिमटुं, ५६६९ दुरऽहीयकुनयलवमय८९३ दुरियगिरिकुलिसदंडं, ९८६४ दुलहं चरित्तरयणं, खंडिउ४४२८ दुलहा विमुक्कसंगा, ७३१३ दुलहो य मणुस्सभवो, १००२७ दुल्लहलंभं पि हु वत्थु५०६० दुविहेणऽणुलोमेणं, ५८११ दुव्वहगव्बुग्गीवेण, २२२२ दुव्वारमिमं मच्चु, ३१४८ दुस्सहपरिसहपाइक्क४१७१ दुस्सहपरीसहोहामियस्स, ९८१३ दुस्सिक्खियकइरइए, समय१६१ दुहनिवहहेउदुग्गइ
दूई विसज्जिया लज्जि७०९४ दूयवयणेण तत्तो, भणा८९७४ दूरदिसाऽऽगयउत्तम१८९३ दूरदिसागयसामंत-मंडली
दूरपहमऽइक्ते सत्थे, ९३६४ दूरयरनयरपत्थिय-सत्थं २०६३ दूराउ च्चिय छत्ताइ-छत्त७३ दे ! पेच्छ पेच्छ मिच्छत्त७६८४ देवंगदूसविरइय४१८६ देवगहरिक्खचक्खु९९११ देवऽज्जय ! जाव अहं, ५६१६ देव ! तुह पायपंकय८४९८ देव! तुहाऽणुण्णाओ, ५००८ देवत्तणम्मि विहियं, २३४ देवत्तणे च्चिय कयं, ९१३९ देव! दुवारे उज्जाण४०४९ देव ! न जइ वि हु तुब्भे, ९५८७ देव! निसामेसु मए, ८८४० देव! पसीयसु संपइ, ४९७७ देव! पसीयह वियरह, ४५२७ देव पसीयह वियरह, आएसं ४५२८ देव ! मह अत्थि धूया,
देसम्मि जत्थ विहगा ८१९ देव! महग्घमऽसुलहं,
७१५२ ५६०९ देव! महऽच्छरियमिमं, १६२१ देव ! मह जइ सहाई,
३५२९ ७८९४ देवय-सउण-उवस्सुइ,
३०६५ २२४९ देव! समग्गगुणेहिं,
९०४७ ७४८२ देव! समग्गा नयरी,
७३०९ ७२८० देवाऽऽएसेण अहं, हयगय- ६७३७ ३८५१ देवाणंदाए माहणीए,
६६६३ ५२५६ देवाणं पि हु आकंपगं
६२० ८९०१ देवाण दाणवाण य,
८५३७ ९१२५ देवाणमहो सत्ती ! तहा
३७४ ७२२० देवाऽणुपिए! पिइमाइणो
४४७३ २२०६ देवादायाऽऽइकरावणाऽऽइ- २९०५ २२०४ देवा य भत्तिवसनिस्स
१०००९ २३९७ देवा वि दीणभावं,
७४८८ ५०३९ देविन्दविन्दवन्दिय ! दढराग- ४१६ ३४०६ देवियमाणुसभोए,
९१३७ १८१० देवीए उल्लावो, नूणं
१०७८ ९६१५ देवीए विहियकोवो,
१०६४ ९४८७ देवीए समं राया, सहस्स
५३९ ६७८७ देवी-कइयवि दिणाणि
५२१ ९३१९ देवी- किं दुक्करेण इमिणा, ५२३ ६२८८ देवी-तइ पव्वज्जोवगए, ६७३८ देवी-थेरत्तसमुचियमिमं, ५१९ ५८४६ देवीदारेण तहो-वसग्गजोगे ९५१८ ११५ देवी-दुस्सहपरीसहे कहं, ५२० ३७६४ देवी-पंचप्पयारपवरे,
५२४ ४६३२ देवी-पेच्छह तहावि नियपुत्त- ५२२ ४१० देवी से पुष्फवई, तीए
५३२५ ६५२३ देवेंदचक्कवट्टी, इंदिय
९७८४ ९९८९ देवेंदरायगहवइ-सागरि
७९६० ३२११ देवे अदेवबुद्धी, जमऽदेवे ८३५३ ८६६६ देवे अदेवबुद्धी, जा
९३८० ९०२९ देवेण जंपियं भाय
८७१२ ९२७७ देवेहि भेसिओ वि
३८९५ ८४६४ देवो गओ सथाम,
८१२० ८४६६ देसंऽतराऽऽगयाणं,
१५४९ ३९७ देसंतरेसु वि इमो,
१५७ ६३४४ देसं भोच्चा कोई,
५४२६ ६७६० देसकहा वि चउद्धा, छंदकहा ७३८० ५१३६ देसकुलगिहत्थेसुं,
५०५९ ७३१२ देसकुलजाइरूवाऽऽइ
८८७९ १३२ देसनगराऽऽगराणं,
५७७८ ९०३१ देसम्मि जत्थ विहगा
५२४७
७८
५२५
४९०
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