Book Title: Agam Padyanam Akaradikramen Anukramanika 01
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala
View full book text
________________
हस्सेक्कारतादेसओ य
होही सगरो मघवं सणंहस्सेक्कारतादेसओ य (विशे.) ३४५६ हिययम० जी कडुय- (स्था.) २६ हेरण्णिए करिसए (नन्दी) ७० हा! असुइसमुप्पन्ना (त.प.) ८७ हिययम० जी महुर- (स्था.) २५ हेरनिए करिसए कोलिअ (आ.नि.)९४७ हा! जह मोहियमइणा (म.प.) ५९० हिययम्मि समाहेउं एग- (पि.नि.) भा.१८ होंति असंखेज्जगुणा (विशे.) ४३४ हायति जस्स जोगा जरा (सं.प.) ३२ हियाहारा मियाहारा, (पि.नि.) ६४८ होंति पडुप्पण्णविणासणम्मि (दश.) ६८ हारियगुत्तं साइंच (नन्दी) २६ हियाहारा मियाहारा, (ओघ.) ५७९ होंति परोक्खाई मइ (विशे.) ९४ हारी वि हरणपरिणाम० (विशे.) ३२४५ हिरण्णं जायरूवं च, (उत्त.) १३४७ होंति पुण अहियपुरिसा (अनु.) ९७ हालिद्दभेयवण्णा सुक्किल- (दे.प.) २६१ हिरण्णं सुवणं मणिमोत्तं (उत्त.) २५९ होति बिले दो दोसा (ओघ.) भा.१८३ हासं खिड्डे रई दप्पं (उत्त.) ४९७ हिरिली सिरिली सिस्सिरीली (उत्त.) १४५२ होइ अपोहोऽवाओ (विशे.) ३९७ हासं खेड्डा कंदप्प (ग.प.) ८२ हीणभिन्नसरो दीणो, (त.प.) ४१ होइ असंखेज्जइमे (विशे.) ३९० हासंपि णो संधति पावधम्मे (सूत्र.) ६०० हीणा वा अहिया वा जे (अनु.) ९८ होइ कयत्थो वोत्तुं (विशे.) १००९ हासप्पओसवीमंसओ (विशे.) ३००६ हीलेज्ज व खेलेज्ज व (ओघ.) भा.६८ होइ कसायाणं बंध (विशे.) २९८३ हासेण व लोहेण व (भ.प.) ९८ हुंडे चरित्तभेदो
(ओघ.) ६८९ होइ पवित्तिनिवित्ती (विशे.) २११६ हासे हासरईऽविय सेए (प्रज्ञा.) १५४ हुंति उवंगा कण्णा (उ.नि.) १९० होइ पवित्तिनिवित्ती (आ.नि.)७४६ हासे हासरईविय सेए (दे.प.) ७२ हुंति गुणकारगाई (म.प.) ६२२ होइ पसत्थं मोक्खस्स (विशे.) २१२१ हिंगुलुयधाउसंकासा, (उत्त.) १२७० हुंति अजुत्तस्स विणास- (म.प.) ६१७ होइ पसत्थं मोक्खस्स , (आ.नि.)७४१ हिं पडिहया लेसा (सूर्य.) २ हुआसणे जलंतंमि, (उत्त.) ६३९ होइ पुण देसदेसो अंतो गिह (पि.नि.)प्र. ३ हिंसगविसयारंभग (आचा.) २३५ हुज्ज कटु सिलं वावि, (द.वै.) १२४ होइ भयंतो भयअंतगो अ (आ.नि.) भा.८४ हिंसत्थं जुंजतो सुमहं- (ओघ.) ७५७ हुज्ज न वा साहुत्तं (विशे.) २३६६ होउ व जडी सिहंडी (भ.प.) १०० हिंसाए, पडिवक्खो होइ (दश.) ४५ हुज्जा इमंमि समए उवक्कमो (आ.प.) १५ होज्ज न व होज्ज लंभो (ओघ.) ५३७ हिंसादाणं पवत्तेंति (इसि.) २८।१६ हुतेण जे सिद्धिमुदाहरंति- (सूत्र.) ३९८ होज्ज सिआ उद्धरियं (ओघ.) ५८८ हिंसामि मुसं भासे (विशे.) ३२५९ हेउप्पभवो बंधो जम्माणं- (दश.) भा.४६ होज्जावेक्खाओ वा (विशे.) १७१५ हिंसाऽलिय चोरिक्के (ओघ.) ७८८ हेउसरिसेहिं अहेउएहिं (सू.नि.) ५० होज्जा हि नमुक्कारो (विशे.) २८१५ हिंसे (कोही) बाले मुसावाई (उत्त.) १८२ हेऊ अणुगम्मवइरेग (विशे.) १०७७ होति पुण भावगाहा (सू.नि.) १३८ हिंसे बाले मुसावाई, (उत्त.) १३६ हेऊ पच्चयसामग्गि० (विशे.) १६९५ होमायवितहकरणे नज्जइ (पि.नि.) ४३९ हिंसाइदोससुन्ना कयकारू- (च.प.) ३८ हेऊ विरुद्धधम्मत्तणाइ (विशे.) ४३ होमि नाही भयंताणं, (उत्त.) ६९१ हिदि ससिपरिवारो मंदर- (जंबू.) १२१ हेट्ठा नेरइयाणं अहोदिसा (आचा.)५८ होराबलिआ दिवसा जुण्हा (गणि.) ३ हिट्ठिमाहिट्ठिमा चेव (उत्त.) १५६७ हेट्ठा पायतलाणं अहोदिसा (आचा.) ५४ होल वसुल गोल णाह (ज्ञाता.) २५ । हिट्ठिला उवरिल्ला (दे.प.) १८७ हेट्ठावणि कोलसगा सोवी- (पि.नि.) ६१९ होलावायं सहीवायं, (सूत्र.) ४६३ हिमचूलसुरुप्पती भद्दगमहिसी(म.प.) ५२३ हेट्ठिमगेविज्जाणं (दे.प.) १८३ होहिंति वासुदेवा नव (आ.नि.)भा.३९ - हिमतेणसावयभया दारा (ओघ.) १२ हेट्ठिल्लाण चउत्थं (उ.नि.) २९७ होही अजिओ संभव (आ.नि.)३७० . हियं विगयभया बुद्धा, (उत्त.) २९ हे भो हलित्ति अन्नित्ति, (द.वै.) २९६ होही ते विणिवाओ (आ.नि.) १२५९ हियएण संकिएणं गहिओ (पि.नि.) ५२७ हेमं वा आयसं वा वि (इसि.) ४५।५० होही पज्जोसवणा मम (आ.नि.)१५६६ हियमियअफरुसवाई (दश.) ३२३ हेमा गुहा ससीहा वा (इसि.) २२१५ होही सगरो मघवं सणं- (आ.नि.)३७४
૧૨
Page Navigation
1 ... 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254 255 256 257 258