Book Title: Agam Padyanam Akaradikramen Anukramanika 01
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 165
________________ ६९७ ११० ११ कयकामभोगविसयाऽऽकयकामभोगविसयाऽऽकयदेवगुरुपणामो, कयपंचंगपणामो, कयपच्चक्खाणस्स वि, न कयपाणच्चागो पुण, कयबहुगुणतरुभंगो, कयभत्तपरिच्चागो, कयभोयणो य तं भणइ, कयमिहि पसंगेणं, कयमिममिमं च काहं, कयमेत्थ पसंगेणं, कयमेत्थ पसंगेणं, कयसयलदुक्खअंते, कयसीमं चिय विहिणा, कयाइ गाढरुट्ठदुट्ठमत्तकयाइ पुण्णपावबन्धमोक्खकयाइ भूरिचंचरीयपिज्जमाणकयाइ मंजुगुंजिउब्भडप्पकरकच्छाऽऽइसु सुद्धो, करगहियमंसपेसी, चंडालाकरचरणछेयवहबंध-रोहणुकरचरणतले खंधे, कक्खासुं करचरणमुहक्खालणकरचरणेहि सुचिरं पि, करचरणोऽवहिसंघट्टणाऽऽइ, करडतडपगलियमयं, करडिघडुब्भडसुहडोहकरणीयं कारुण्णं, करधरियकुसऽक्खयमिस्सकरयलकलियकवोलं, करयलनिलीणनिम्मलकरविरहे दस वरिसे, करिकंधराऽधिरूढो, करितुरयाऽऽइ जह जए, करिपट्ठिसंनिविट्ठो, ससिकरिसूणं पलमेत्तं, करुणाए च्चिय मण्णे, करुणामयखीरनिही, निहीणकलमलगमंससोणियकलमोयणाऽऽइउत्तमकलहाओ दोहग्गं, कलहे तच्चागम्मि य, कलहो अत्थखयकरो, कलहो कालुस्सकरो, ९४३५ कलहो गयपोओ वि ३०७३ कलहो बोलो झंझा, ६७३४ कलहो वेयालो इव, ५४७९ कलहो सुगइगमहरो, ८६४१ कलहो हि कीरमाणो, कलिकालकवलियजए, ३८३० कलिकालुब्भडपसरंत७७७१ कलुसफलेण न जुज्जइ, ६५२१ कलुसीकयं पि उदयं, ९३९९ कल्लाणं मंगलयं, देव५८७ कल्लाणकप्पतरुणो, अवंझबीयं ४२७४ कल्लाणपरंपरयं, लभंति ८२६४ कल्लाणमित्तमेत्ती-पहाणमऽ८१८७ कल्लाणमित्तसंसग्गि कल्लाणिड्ढिसुहाई, जावइयाई ११२ कल्ले पेच्छिस्सं भूवई कल्हारकुमुयकुवलय१०९ कवलाण उ परिमाणं, २८६६ कविलेण जंपियं देव ७१४६ कसिणंऽबरनेवत्था, कसिण५८२५ कसिणमुहच्छाओ सुण्ण३७९९ कसिणाए रयणीए, संकेओ ८४११ कसिणा परीसहचमू, ६८१५ कसिणाहिबिलसमीवे, ४२७० कस्स वि य तहा संपट्ठियस्स, २७३० कहइ य सुहत्थिणोऽणेस२१८९ कह उज्झामि सजीयं ४३४२ कहकहवि कम्मलाघव८७२३ कहकहवि किं पि सुचिरेण, ७९६९ कहकहवि जंगमत्ते, १७८७ कह कहवि धीरिमं धा३३०६ कह कह वि पुष्फचूलाए, ९०५१ कहकहवि हम्ममाणा, ८८७१ कह जेटे विजंते, काउमिमं७३९३ कह तेजसोमयासु वि, ८०३० कह ते पुणो वरागा, १२३ कह दायव्वा य तहा, २०९१ कह नियपुत्तं पियरं, १८७६ कह पहसियससिजोण्हा४७३८ कह पुण भयवं! वेरो६१५९ कहमऽण्णहा अदिटुं, ६२४१ कहमण्णहा तहाऽहं, जीवंतो ६१५७ कहमऽण्णहा पुणो वि ६१५६ कहमऽण्णहा महाबल कामदुहधेणुगहणं कहमऽण्णहा महाविस ३८१० ५२५८ कहमऽण्णहा मुणीणं, २२८४ ६१६१ कहमण्णहेह खंदग-मुणि६१६० कहमऽहुण च्चिय तीए. ५१६९ ६१६३ कहमिव सरणाय परेसि, ८६०६ ८८७७ कहमिहरा मरुदेवी, १९७२ २३६४ कह लक्खणेहि लक्खि २८७ ४०८७ कह वंचिस्सामि इमं, २५९७ ८०५८ कह व चिरं चिट्ठउ ता, ३३३४ कह वच्चिही वराओ, ७६४१ कह वा उस्सग्गगयस्स, ६९८ ७५६२ कह वा कुबोहसलहाऽ ७७९९ ४१८४ कह वा ताओ निवसति, २४२९ २५५१ कह वा तेण तुलिज्जति, ४१९ ९१२४ कह वा देवपसाएण, , ५१६३ ६३०६ कह वा मुणिचंदमिमं, ५६३७ ९२७९ कह वा वि वंतपित्तासुईसु, ३७६ ४०२५ कहसि य जागस्स विहि, २१९ ६०५४ कह सो वि पसंसिज्जइ, ३६४५ ३१९० कहिं पि गब्भसाविओ, ७७२ ४७३३ कर्हि पि धीवराहओ, ७७१ २८१ कहि पि वारिवूढओ, ७७३ ३९०८ कहि पि सत्थदारिओ, ७७० १८५१ कहिओ य समग्गो ४८११ २०८८ कहिओ सव्वो वि हु ६१४४ ३९४५ काइयवाइयमाणस्सिओ १५९५ ३५१६ काउं पच्चक्खाणं, सागार४१३४ काउं पयाहिणत्तिय-माणंद- २९९३ ५७६२ काउस्सग्गेण ठिओ, ५९८९ ८७९९ काउस्सग्गेण ठियं, ८१०९ काऊणं बालतवं, देवत्तं '६७१८ ९९१ काऊण अणसणं सास २४७३ ९१७५ काऊण पंचमुट्ठिय-लोयं ६८३३ २७२६ काऊण पायवडणं, णिवेइया ३४७६ ४१८ काऊण वंदणं संघ २०६५ ८८३६ काऊण सच्चसावण-मह ५७४६ ४८७८ काऊणाऽऽउसमं सो, ९७५० ८६४२ काएसु निरारंभे, सण्णाणे ७९२१ २८६ काओ करिकण्णचलो, ७५१२ ४३०५ कामकया १ इथिकया ७९६४ २०८५ कामग्घत्थो पुरिसो, ७९८० १०८६ कामऽत्थऽज्जणविसया, ३५४६ कामत्थरइपरद्धा, मुज्झन्ति .. ९९०४ कामदुहधेणुगहणं, २२६७ ७२८१ ૧૪૮

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