Book Title: Agam Padyanam Akaradikramen Anukramanika 01
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 164
________________ १५१ ७८८ ५५ एसो इओ चइत्ता, कुले एसो इओ चइत्ता, कुले एसो च्चिय विण्हूणं, एसो जणओ जणणी एसो तुम्हाण पहू, पभूयगुणएसो परमत्थखओ, एसो एसो परमत्थरिऊ, एसो एसो पुण संथारो, एसो पुण संवेगो, एसो पुण सम्मत्ताइएसो पुण से पुत्तो, एसो बहुगुणसंघो, एसो महाऽणुभावो, एसो महाऽणुभावो, एसो य कीरमाणो, एसो य मए तुम्हं, मग्गम:एसो य महापावो, पयासिओ एसो य महासत्तो, इमीए एसो य संपयं जो, विवेयएसो य समाही चित्तएसो य सयलपाव-ट्ठाणगएसो वच्चइ राया, एसा एसो वि रायरिसिणा, एसो स सारगंठी, एस एसो सो जेण तया, एसोऽहमिहगओ हु, एसो हि उत्तरदिसा-नराऽहिवो एसो हि नमोकारो, एहि करेमि धणड्ढं, एहिन्ति मज्झ पुत्ता, ओक २१२२ ओसक्कणअहिसक्कण६६५० ओसरणे चक्कवई, भरहो ७७३१ ओसरणे पविसित्ता, ४५६३ ओसहिवस-अविणस्सिर७४९१ ओहिबलेणं तत्थ वि, ७४९० ओहिवसमुणियचिरवइ५२७८ ओहेणं सव्वा चिय, ओहेण न वूढाओ, ९७०० ७२६ ५४८१ ५९३५ ८२११ ७५०७ ४५४८ कंकेल्लिणो वि उम्मिल्ल७४७९ कंचणपुरम्मि नगरे, १०५८ कंचणपुरम्मि नयरे, ४५६ कंचुइणा संलत्तं, सा १७९४ कंठक्खोभे पहरा, तालुक्खोभे५८६५ कंडरतिड्डुपयंगा, दंसा १७८ कंडरीएणं भणियं, ७८७१ कंदंति सरणरहिया, ७७२५ कंदप्प देवकिब्बिस, ६२३० कंदप्पभावणा नाम, ६२९ कंदप्पे कोक्कुइए, ७६०२ कंपिरतणुणा सियसिररुहेण, ७७३८ कं वेलं पेच्छणयं, ८०७८ कइयवि रुहसि नहग्गे, ३४८० कइया व थेवखलिए वि, कइया वि दुवालस भावकइया वि महामुणिपवरकइयावि माणथद्धं, कयाइ कइया वि य झाणेणं, कइया वि रागरतं कइयवि कइया वि वायणाए, कइया ८१९० कइया वि वेरमच्छर-रणरणय कइवयजणपरियरिओ, ८४९२ कइवयदिणाई एवं, पालित्ता ५१२९ कच्छुजरसाससोसाऽ४५६४ कज्जमिहलोइयं पि हु, ४६६४ कज्जलभसलच्छाया, २३७६ कट्ठाण परमकटुं, अहिट्ठिओ ९७७३ कट्ठाऽणुट्ठाणमिमा, ७४४९ कडुयं पि कहवि भणियं, कयकरुणविप्पलावा, वाउल४०३८ कडुयकसायतरूणं, पुष्फ ७२७१ ७३० कडुयम्मि अनिव्वलियम्मि, ६४९९ ४११ कणगतुला सममज्झे, ४३५५ ४४२५ कणगवई पाणीए, गहिऊणं कणगवईए देवीए, वास १२१ ३७०८ कणगवई वि य भणिया, ५१६ ३९८९ कणगवई से भज्जा, ६६७५ ४४५८ कण्णकडुयं पि पत्थं, ४५४४ कण्णुग्घाडणसमणंतरं ३१०५ कण्णे कीलं छोड़े, गोवो ४३८४ कत्तो तुब्भे एत्था-गया ८५५ कत्थ इमं तुह तेलोक्क २९५४ कत्थइ य अपावेंता, चोरपउत्ति ९१०६ कत्थइ सुहं सुरसमं, ८८१८ ६५६४ कत्थ गयं होसि गयं, १८२४ ३७५४ कत्थ मए दिद्रुयं ति, ३७०१ ४२१३ कत्थ मरुमंडलो कत्थ, ३८११ १३७२ कत्थ व एत्तियकालं, २४२२ ३२८३ कत्थ व न जलइ अग्गी, ३०१७ ८४२३ कत्थ व पसत्थतित्थे, गयस्स ९८९ ७२३६ कत्थवि दिळं एवंविहं २२३ १७४१ कत्थाऽहं सुदुहट्टो, ३८१२ ३८४६ कत्थेयाणि सुरगुरुसमो २०२२ ३८४७ कपिलानां सहस्रं तु, ४७८५ ३८४८ कपिलानां सहस्रं तु, ७१०५ ११६ कप्पतरुकिसलयसम, २३५७ १००४ कप्पपकप्पधरो चिय, ४८९२ १९५८ कप्पपकप्पो य सुए आणाइत्तो- ४८८७ ३८२ कप्पाऽकप्पे कुसला, ५३७५ २६७१ कप्पासंगेण्हेत्ता, तत्तो ८०७१ २१९९ कप्पोवगा सुरा जं, ९७०३ १९७४ कमलमुहि ! पेच्छ गयणं ३६५९ २६७० कमलमुही किंसुयकुसुम ६५६५ कमवड्ढियपीइरइ-पाविय- ८१२८ २६६९ कम्मजलसंगवड्ढत-गुविल- १९१० १९७५ कम्मट्ठगंठिमऽइनिठुरं ८७९४ कम्मपरतंतयाए, इओ ८७९७ १२९९ कम्मप्पबंधबंधण-निबंधणं ८४८० ९५४० कम्मवसवत्तिजंतूण, ३६६१ ६२७९ कम्मवसा जाईओ, उत्तम ६५४८ १६५१ कम्मविवागो अच्चंत २२०३ ७४६१ कयकरचरणविसुद्धी, २३३३ २९५५ कयकरणा वि सकज्जं, ४५५४ कयकरुणविप्पलावा, वाउल- १७३५ १६३२ ओग्गहमऽह तव्वसहि, ओणामणीए विज्जाए, ओदइयाऽऽइयभावविएण, ओ! पेच्छ पेच्छ पावाण, ओमो समराइणिओ, ओयंसी तेयंसी, वच्चंसी ओयरिओ सेलाओ, ओरालियाऽऽइसव्वाहि, ओवाइयाइं इच्छइ, कुलदेवय ७४७ १४७

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