Book Title: Agam Padyanam Akaradikramen Anukramanika 01
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 118
________________ लंघणपवणसमत्थो पुव्वं लोणागडोदए एवं, लया य इति का वुत्ता ?, (उत्त.) ८६० लेसाहि सव्वाहि पढमे (उत्त.) १३३१ लल्लक्कनिरयवियणाओ (भ.प.) १११ लेस्सा य गब्भ पुढवी (भग.) ८१ लवणयमुहसामाणो दुप्पूरो (म.प.) २५० लेहं लिवीविहाणं जिणेण (आ.नि.) भा.१३ लंघणपवणसमत्थो पुव्वं (उ.नि.) १२८ लहइ अदितो व कओ (विशे.) ३२४० लोइंदिअमुंडा संजया (आ.नि.)३५४ लक्खं अट्ठसयाणि अ (आ.नि.)२६२ लहिऊणं संसारे सुदुल्लह- (म.प.) ७० लोइयलोउत्तरिआ (विशे.) ९१९ लक्खणभेआ हेउफल (विशे.) ९७ लाउअ एरंडफले अग्गी (आ.नि.)९५७ लोइयलोउत्तरिओ दुविहो (सू.नि.) १०१ लक्खणभेयाओ च्चिय (विशे.) २४४७ लाउय एरंडफले (विशे.) ३१४१ लोइयलोउत्तरिय (विशे.) ८७० लक्खणमियाणि दारं (दश.) भा.११ लाढेसु य उवसग्गा घोरा __(आ.नि.)४८२ लोइया वेइया चेव तहा। (दश.) भा.३० लक्खणमिह जं नाम (विशे.) २१४९ लादेहिं तस्सुवसग्गा (आ.) ८३ लोउत्तरे अभिक्खण (विशे.) ८६८ लक्खणमेवं चेव उ (आचा.) १५८ लाभक्कमोउ लद्धी (विशे.) ३००३ लोए अणिबद्धाई (विशे.) ३३५७ लक्खणविहाणविसया (विशे.) ४४३ लाभम्मि जे ण सुमणो (इसि.) ४३१ लोएगदेसे ते सव्वे, न (उत्त.) १५२८ लक्खिज्जइ जं विगयं (विशे.) २१६५ लाभालाभं सुहं दुक्खं, (पि.नि.) प्र.५ लोएगदेसे ते सव्वे, न (उत्त.) १५३७ लक्खिज्जइ तं सिमिणा (विशे.) १९८ लाभालाभे सुहे दुक्खे, (उत्त.) ६७२ लोएगदेसे ते सव्वे, नाण- (उत्त.) १४२२ लक्खिज्जइत्ति नज्जइ (दश.) भा.१२ लाभिय नेतो पुट्ठो कि लद्धं ? (पि.नि.) ३८० लोएवि असुइगंधा विपरि- (पि.नि.) २६५ लक्खिज्जई जं जेणं (विशे.) २१५० लाभे चिय जस्स मोक्खो (विशे.) ११३२ लोए वेए समए अन्नाणे (आ.नि.)१६०५ लक्खिज्जई सुभासुभ० (विशे.) २१६३ लाभेण जोजयंतो जइणो (ओघ.) ५३५ लोए संथारम्मि य (उ.नि.) ८५ लक्खेहिं एक्कवीसाए (विशे.) ३४५ लाभे सति संघाडो गेण्हइ (ओघ.) ६१३ लोगत्थनिबोहा वा (विशे.) २१८७ लग्गुद्धियम्मि बीए (आ.नि.)१४२१ लासिअ लउसिअ (जंबू.) १० लोगपलियाण भागं (विशे.) ६७० लग्गोऽयमसग्गाहो (विशे.) २४२७ लाहा हु ते सुलद्धा जंसि (आ.नि.)४२७ लोगम्मि कुसमएसु य (आचा.) २४१ लज्जाइ गारवेणं बहुस्सुयम- (म.प.) २८४ लिंगं जिणपण्णत्तं एव (आ.नि.)११३१ लोगवणसंडमज्झे (विशे.) १०९९ लज्जाइ गारवेण य जे (म.प.) १०३ लिंगाईहिवि एवं एकेकेणं (पि.नि.) १५० लोगवायं णिसामिज्जा, (सूत्र.) ८० लज्जाइ गारवेण य बहु- (उ.नि.) २१८ लिंगेण उ नाभिग्गह अण- (पि.नि.) १५२ लोगविजयं करितेण (सं.प.) १२१ लज्जाइ गारवेण य बहु- (महा.) ९४ लिंगेण उ साहम्मी न दंसणे (पि.नि.) १५१ लोगविभागाभावे (विशे.) १८५३ लज्जा दया संजम बंभचेरं, (द.वै.) ४११ लित्तंति भाणिऊणं छम्मासा (पि.नि.) ६१५ लोगव्ववहारपरो (विशे.) ३५८९ लट्ठी आयपमाणा विलट्ठि (ओघ.) ७३१ लित्तम्मि भायणम्मि उ (ओघ.) भा.२१२ लोगसहावो धी धी जत्थ (म.प.) ५९७ लद्धं अलद्धपुव्वं जिणवयण (आ.प.) ६३ लित्ता तिव्वाभितावेणं, (सूत्र.) २१६ लोगस्स उ को सारो? (आचा.) २४३ लद्धं तु तए एयं पंडिअमरणं (सं.प.) ९ लित्ते छगणिअछारो (ओघ.) ३९७ लोगस्स एगदेसंमि, ते (उत्त.) १५१३ लद्धं(नीयं) पहेणगं मे (पि.नि.) ३४१ लिप्पगहत्थी हत्थित्ति (आ.नि.)१४३३ लोगस्स एगदेसंमि, ते (उत्त.) १५७१ लद्धत्तलाभनासो (विशे.) ७५७ लीलाअलसमाणस्स, (ग.प.) ४ लोगस्सऽत्थि विवक्खो (विशे.) १८५१ लद्धिल्लिअंच बोहि '(आ.नि.)१०९९ लुप्पती जस्स जं अत्थि (इसि.) १३७ लोगस्स य निक्खेवो (आचा.) १७५ लद्धिल्लिअंच बोहि (आ.नि.)११०० लूयाइचमढणा संजमम्मि (ओघ.) भा.१८७ लोगस्स य विजयस्स (आचा.) १७३ लद्धीवि जहन्नेणं (विशे.) ४३५ लूहवित्ती सुसंतुढे, (द.वै.) ३५९ लोगस्स सार धम्मो (आचा.)२४४ लद्धणवि देवत्तं, उववन्नो । (द.वै.) २०६ लेठुदघावेक्खाए (विशे.) २५०१ लोगस्सुज्जोअगरा दव्यु- (आ.नि.)१०६१ लद्धवओगा भाविन्दिय (विशे.) २९९७ लेत्थारियाणि जाणि (ओघ.) ३९५ लोगागासपएसे इक्किक्कं (आचा.)८८ लभ्रूण य सम्मत्तं (आ.नि.)१४७ लेवालेवत्ति जं वुत्तं, जंपि (पि.नि.) भा.२९ लोगागासपएसे निगोय- (प्रज्ञा.) १०४ लभ्रूणऽवि आरियत्तणं, (उत्त.) २८८ लेसज्झयणं पवक्खामि, (उत्त.) १२६४ लोगागासपएसे परित्त- (प्रज्ञा.) १०५ लभ्रूणवि उत्तमं सुई, (उत्त.) २९० लेसाओ णाभावो परिण- (दश.) भा.१७ लोगावयारविणयो अत्थ- (दश.) ३११ लभ्रूणऽवि माणुसत्तणं, (उत्त.) २८७ लेसा कसायवेयण वेओ (उ.नि.) ५२ लोगे अच्छेज्जभेज्जो वेए (दश.) भा.३१ लभ्रूणवि माणुस्सं सुदुल्लहं- (म.प.) ६५० लेसाणं निक्खेवो चउ- (उ.नि.) ५३६ लोगे चउव्विहम्मी (आचा.) २४७ लद्धे अहढे अहो (सूत्र.) ७०२ लेसाण सुक्कलेसा निअमाणं (सं.प.) १३ । लोगे वेए समए निच्चो (दश.) भा.४४ लद्धे कामे ण पत्थेज्जा, (सूत्र.) ४६८ लेसा दिट्ठी नाणे जोगु- (जीवा.) १२ लोगोत्ति य विजअत्ति य (आचा.) १७४ लब्भंतंपि न गिण्हइ (पि.नि.) ४८१ लेसा य दव्व संठाण (भग.) ९३ लोगो भणिओ दव्वं खित्तं (आचा.) १७६ लब्भइ कहंति भणिए (विशे.) ३४१७ लेसासु छसु काएसु, (उत्त.) ११२४ लोणदगअगणिवत्थी- (पि.नि.)५८९ लब्भइ चरित्तलाभो (विशे.) १२५८ लेसाहि सव्वाहि चरमे (उत्त.) १३३२ लोणागडोदए एवं, (पि.नि.) १६८ ૧૦૧

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