Book Title: Agam Padyanam Akaradikramen Anukramanika 01
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala
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कयपंचनमुक्कारो करेड़
काऊण य सामन्नं कयपंचनमुक्कारो करेइ (आ.नि.)१०१४ कलहं अब्भक्खाणं पेसुन्नं- (म.प.) २५९ कहणाईवक्खित्ते विकहाइ (ओघ.) भा.२६७ कयपंचनमोकारो . (विशे.) ५ कलहकरो डमरकरो (आ.नि.)१०७४ कह नणु मेयंति मइ (विशे.) २०१३ कयपंचनमोक्कारो करेइ (विशे.) ३२९५ कलहडमरवज्जए, बुद्धे (उत्त.) ३२१ कह नाम सो तवोकम्म- (आचा.) २७३ कयपच्चक्खाणोऽवि (आ.नि.)१५८५ कलुसदवे असई य व (ओघ.) ३०८ कह पडिवण्णमहंति- (विशे.) १५५६ कयपवयणप्पणामो (विशे.) १ कलुसफलेण न जुज्जइ (विशे.) ३२६५ कह पयडी कह बंधइ (भग.) ८ कयपावोऽवि मणूसो (म.प.) १०२ कल् कलंपि वरं (म.प.) १३२ कह मइसुओवलद्धा (विशे.) १३८ कयपावोऽवि मणूसो (म.प.) २३० कल्लं सव्विड्डीए पूएमह- (आ.नि.)३३५ कह मरुदेवीमाणं (विशे.) ३१६७ कयपावोऽवि मणूसो (महा.) ३० कल्लमणइ ति गच्छइ (विशे.) ३४४१ कहमव्वत्तं नाणं (विशे.) १९७ कयमंगलोवयारो (विशे.) १४८३ कल्लाणं अब्भुदओ देवाणं (सं.प.) ८ कहमेयाणमलाभो (विशे.) ११८३ कयमिह न कज्जमाणं (विशे.) २३१० कल्लाणं ति भणंतस्स (इसि.) ३०८ कह व अपुनट्ठिइयं (विशे.) ३०४० कयराई अट्ठ सुहुमाइं?, (द.वै.) ३४८ कल्लाणपरंपरयं लहंति (भ.प.) ६८ कह वा दाणे किरिया (विशे.) २५३२ कयरी दिसा पसत्था? (ओघ.) १४० कल्लाणफलविवागा सच्छं- (दे.प.) २४९ कह सव्वण्णुत्ति मइ (विशे.) १५७९ कयरे(को रे) आगच्छई (उत्त.) ३४६ कल्लाणमित्तसंसरिंग (इसि.) ३३।१७ कह सामाइअलंभो? (आ.नि.)१०२८ कयरे(को रे) तुम इय (उत्त.) ३४७ कल्लाणा लभति कल्लाणं (इसि.) ३०५ कहिं पडिहया लेसा (चन्द्र.) ६ कयरे ते बत्तीसं देविंदा
कल्लाणे पावए वावि, (सूत्र.) ६६४ कहिं पडिहया सिद्धा (विशे.) ३१५८ कयरे धम्मे अक्खाए,
(द.वै.) १८२ कहिं पडिहया सिद्धा?, (उत्त.) १४१० कयरे मग्गे अक्खाए, (सूत्र.) ४९७ कविलाउणामगोयं वेयंतो (उ.नि.) २५२ कहिं पडिहया सिद्धा (प्रज्ञा.) १५९ कयलिसमागम भोयण (आ.नि.)४८३ कविलो निच्चियपरिवेसि- (उ.नि.) २५४ कहिं पडिहया सिद्धा? (औप.) ९ कयवं करेमि काहं (विशे.) १५५५ कसाए पयणू किच्चा (आ.) १९ कहिं पडिहया सिद्धा, (आ.नि.)९५८ कयाकयं केण कयं (विशे.) ३३६३ कसाया अग्गिणो वुत्ता, (उत्त.) ८६६ कहिं पडिहया सिद्धा?, (दे.प.) २८० कयाकयं केण केयं केसु (आ.नि.)१०२७ कसाया मलणं तस्स (इसि.) २६.१५ कहिऊण ससमयं तो (दश.) १९६ करकंडु कलिंगेसु, (आ.नि.) भा.२०५ कसिणं केवलकप्पं (आ.नि.)१०७९ कहिया जिणेहि लोगो (द.नि.) १२४ करकंडू कलिंगाणं (उत्त.) ५७४ कसिणं दव्वं सव्वं (विशे.) ३४८६ काइंदीनयरीए राया (सं.प.) ७६ करकंडू कलिंगेसु, (उ.नि.) २६४ कसिणंपि जो इमं लोयं, (उत्त.) २२३ काइयवाइयमाणसियसेवणं (म.प.) ९४ कर करिए रायऽग्गल (सूर्य.) ९७ कस्स अट्ठा इमे पाणा, ___(उत्त.) ७८० काईयभूमी संथारए य (द.नि.) ७० करछिण्ण असुइ चरणे (ओघ.) भा.२४५ कस्सइ बुद्धी एसा (दश.) १०४ काउं पडिग्गहं करयलम्मि- (ओघ.) भा.२७३ करडुयभत्तंमलद्धं (पि.नि.) ४६४ कस्सइ वि नाम कत्थइ (विशे.) ३१२३ काउं सिद्धग्गहणं बहु० (विशे.) ३१२७ करणं अहापयत्तं (विशे.) १२०२ कस्स त्ति नमुक्कारो (विशे.) २८७१ काउं हिअए दोसे जह- (आ.नि.)१५०० करणं किरियाभावो (विशे.) ३३०१ कस्सत्ति पुच्छियम्मी नियमा (पि.नि.) १३७ काउस्सग्गं मुक्खपहदेसियं (आ.नि.)१४९७ करणं च कारओ य कडं .(सू.नि.)४ कस्स धर पुच्छिऊणं (पि.नि.) ४६९ काउस्सग्गम्मि ठिओ (आ.नि.)प्र. १३ करणं तव्वावारो (विशे.) ३४१४ कस्स नयस्साणुभयं (विशे.) २६२२ काउस्सग्गम्मि ठिओ (ओघ.) ५१३ करणतिए जोयतिए (दश.) ३४० कस्स न होही वेसो (विशे.) १४४७ काउस्सग्गे जह सुट्ठियस्स (आ.नि.)१५५१ करणतिगेणेक्किकं (विशे.) ३५४० कस्स न होही वेसो अन- (आ.नि.)१३७ काऊणं तवचरणं (उ.नि.) ४०४ करणत्तणओ तणुसं० (विशे.) २१८ कस्स व नाणुमयमिणं (विशे.) ३१३२ काऊण एगछत्तं भरहोऽवि (आ.नि.)भा.३६ करणत्तणओ मण इव (विशे.) १५१६ कहं चंदमसो वुड्डी (चन्द्र.) ८ काऊण तवच्चरणं बहूणि (उ.नि.) ४४१ करणे भए अ अंते (आ.नि.)१०१६ कहं चंदमसो वुड्ढी (सूर्य.) ४ काऊण तिहिं बिगुणं (गणि.) ४३ करणे भए य अंते (विशे.) ३२९९ कहं च णाणं कह (सूत्र.) ३५३ काऊण नमुक्कारं जिणवर- (सं.प.) १ करपायभमुहिसीसऽच्छि- (ओघ.) भा.२६९ कहं चरे कहं चिट्ठे, (द.वै.) ३८ काऊण नमोक्कारं सिद्धाण- (आ.नि.) भा.१०९ कलंबो अपिसायाणं (स्था.) १०७ कहं चरे भिक्खु ! वयं (उत्त.) ३८० काऊण पुव्वकोडिं० (विशे.) ३३२९ कलणं पज्जायाणं (विशे.) २०२८ कहं धीरे अहेऊहिं, (उत्त.) ५८२ काऊणमणेगाई जम्ममरण- (आ.नि.)८३९ कलमोतणो उपयसा (ओघ.) भा.३०७ कहं धीरो अहेऊहिं, (उत्त.) ५८० काऊण मासकप्पं (द.नि.) ५८ कलरिभियमहुतंतीतल- (ज्ञाता.) ३३ कहं न कुज्जा सामण्णं, (द.वै.) ६ काऊण मासकप्पं तत्थेव (द.नि.) ६८ कलरिभियमहुरतंतीत (ज्ञाता.) ४३ । कह खेत्तसंखभागाइ (विशे.) ७३४ काऊण य अभिसेअं (आ.नि.) भा.६६ कलहं अब्भक्खाणं पेसु- (महा.) ६९ कहणाइ अवक्खित्ते कोहाइ (ओघ.) भा.२६८ काऊण य सामन्नं (उ.नि.) ३६४
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