Book Title: Agam Padyanam Akaradikramen Anukramanika 01
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 106
________________ पुवकोडीपुहुत्तं तु फरिसेण जहा वाऊ पुव्वकोडीपुहत्तं तु (उत्त.) १५३१ पुव्वि उक्खित्ता माणुसेहिं (सम.) ९३ पूसफलं कालिंगं तुंबं (प्रज्ञा.) ९४ पुव्वगहियं च कम्मं .. (विशे.) १९३८ पुट्विं कयपरिकम्मो (आ.प.)५२ पूसफली कालिंगी तुंबी (प्रज्ञा.) ३० पुव्वजोगा असंगत्ता . (इसि.) ९।३३ पुनि कयाइ पहुणो सुरेहि (आ.नि.) भा.२१ पेच्छइ विवड्डमाणं (विशे.) ७३१ पुव्वण्ह लेवगहणं काहंति (ओघ.) भा.२०३ पुव्विं कारियजोगो (म.प.) २७७ पेडा य अद्धपेडा गोमुत्ति (उत्त.) १०९८ पुव्वण्ह लेवदाणं लेवग्ग- (ओघ.) ३८० पुव्विं कारियजोगो (म.प.) २७८ पे(पो) सिया पलिउंचंति, (उत्त.) १०३८ पुव्वपडिवण्णया पुण (विशे.) २६९६ पुव्विं कारियजोगो (महा.) ८७ पेहेइ हिआणुसासणं, (द.वै.) ४५५ पुव्वपडिवन्नगा पुण (आ.नि.)८०८ पुव्विं कारियजोगो (महा.) ८८ पेहेत्ता संजमो वुत्तो, (ओघ.) भा.१७० पुव्वपवण्णोऽणाहारगो (विशे.) २७१८ पुव्वि च इण्हि च अणागयं (उत्त.) ३७२ पोअण बारवइतिगं (आ.नि.)४०८ पुव्वप्पओगओ (विशे.) ३०७९ पुट्विपच्छासंथव विज्जा (पि.नि.) ४०९ पोग्गल आसीविस रुक्ख (भग.) ५७ पुव्वभवजम्मनामं पमाण (आ.नि.)१५२ पुविपि वीरसुणिया (ओघ.) भा.१२४ पोग्गलपरियट्टद्धं (विशे.) ८०५ पुव्वभवियवरेणं देवो (म.प.) ५२९ पुव्विल्लंमि चउब्भागे, (उत्त.) ९८१ पोग्गलमोयगदन्ते (विशे.) २३५ पुव्वभवे संखस्स उ (उ.नि.) ३२१ पुव्विल्लंमि चउब्भागे, (उत्त.) ९९४ पोग्गलाणं परीणाम, (द.वै.) ३९४ पुव्वभवे संघडिआ (उ.नि.) ३६३ पुव्विल्लसव्वनासे (विशे.) २४०७ पोत्थं दिट्ठागारं दिट्ठा (विशे.) १४२८ पुव्वमकारियजोगा समा- (म.प.) १६५ पुव्वुद्दिढे इच्छइ अहव (ओघ.) १५५ पोराणगं च कम्मं खवेइ (महा.) १३० पुव्वमकारियजोगो समा- (म.प.) ५७ पुबुद्दिढे ठाणे ठाउं (ओघ.) ५१२ पोराणयं च कम्मं खवेइ (म.प.) ३११ पुव्वमकारियजोगो समा- (म.प.) २७६ पुवुट्ठिो उ विही (ओघ.) २३० पोराणयगयदप्पो गलंत- (आ.नि.) भा.२०९ पुव्वमकारियजोगो समा- (महा.) ८६ पुव्वुद्दिट्ठो य विही (ओघ.) ६२८ पोराणिया पच्चुप्पन्निया (सं.प.) ११४ पुव्वमणापुच्छच्छिण० (विशे.) २५५५ पुव्वेण असोगवणं (स्था.) २० पोरिसिआपुच्छणया (ओघ.) २०५ पुव्वमदिट्ठमस्सुअमवेइअ (आ.नि.)९३९ पुव्वेण असोगवणं दाहिणत- (जीवा.) ८२ पोरिसिकरणं अहवावि (ओघ.) ९ पुव्वमविसेसियं वा (विशे.) ३४१६ पुव्वेण होइ विजयं (दे.प.) १८५ पोरिसितिगमच्चित्तो (पि.नि.) ४५ पुव्वमुहो राइणिओ (ओघ.) भा.२८२ पुव्वोवलद्धसंबंध० (विशे.) १८९७ पोरिसि पमाणकालो (ओघ.) २८२ पुव्वरत्तावरत्तम्मि (इसि.) ४.१२ पुस्सऽस्सिणि मिगसिर- (गणि.) ११ पोरिसिमाणमनिययं (विशे.) २०७० पुव्वविराहियवंतरउवसग्गस- (म.प.) ४६२ पुस्सायणे य अस्सायणे (जंबू.) १०५ पोरिसीए चउत्थीए, कालं (उत्त.) १०१७ पुव्वसयसहस्साई (आ.नि.)२८३ पुस्से पुणव्वसू (सम.) १०२ पोरिसीए चउब्भाए, वंदित्ताण (उत्त.) १०१० पुव्वाइसु महादिसासु (विशे.) २७०६ पुस्से पुणव्वसू पुणनंद (आ.नि.)३२८ पोरिसीए चउब्भाए, वंदित्ताण (उत्त.) १०१८ पुव्वाईआसु महादिसासु (आ.नि.)८१० पुस्सो हत्थो अभिई, (गणि.) २८ पोरिसीए चउब्भागे, (उत्त.) ९९५ पुव्वाणुगमे समया (विशे.) २३९९ पुस्सो हत्थो अभीई य, (गणि.) २१ पोलासं रायगिहं सावत्थीए (उपा.) ३ पुव्वाणुपुव्विओ तं (विशे.) ९४१ पुहवी य वारुणी भद्दिला (आ.नि.)६४८ पोसस्स पुण्णिमाए नाणं (आ.नि.)२४८ पुव्वाणुपुव्वि न कमो नेव (आ.नि.)१००८ पूअणट्ठा जसोकामी, (द.वै.) १९४ पोसस्स सुद्धछट्ठी (आ.नि.)२४७ पुव्वाणुपुव्वि हेट्ठा० . (विशे.) ९४३ पूइयकाए य इहं चवणमुहे- (त.प.) १०६ पुव्वाणुपुव्वी न कमो० (विशे.) ३२१० पूइय निबं कर) सुण्हा (प्रज्ञा.) १७ पुव्वाणुरागओ वा (विशे.) १८७७ पूइयसीसकवालं पूइयनासं (त.प.) ९९ पुव्वाभिग्गहवुड्ढी (ओघ.) भा.२० पूइयसुविहियदेहो पयाहिणं- (म.प.) ४७३ पुव्वाभिमुहो उत्तर० (विशे.) ३४०६ पूईकम्मं दुविहं दव्वे (पि.नि.) प्र.२ पुव्वा य पुव्वदक्खिण (आचा.)५६ पूईकम्मं न सेविज्जा, (सूत्र.) ५११ पुव्वावरदाहिणउत्तरेण (म.प.) ५३२ पूयत्थमिणं सा पुण (विशे.) २८५७ फग्गुणबहुलिक्कारसि (आ.नि.)२४१ पुव्वावरविण्णाणो (विशे.) १५९५ पूयफलं तंबोलयं, सूईसुत्तगं (सूत्र.) २८९ फग्गुणबहुले एक्कारसीइ (आ.नि.)३४० पुव्वावरा छलंसा तंसा पुण (भग.) ४३पूयरुहिरकेसट्ठिवाहिणी (सू.नि.) ८० फग्गुणबहुले छट्ठी (आ.नि.)२४४ पुव्वावरोभएसुं (विशे.) २७५७ पूयलिअलग्गअगणी पलीवणं(ओघ.) ३७५ फड्डा य असंखिज्जा, (आ.नि.)६० पुव्वाहारोसवणं जोग (द.नि.) ७९ पूयाऽणुवगाराओ (विशे.) ३२२७ फड्डा य असंखेज्जा (विशे.) ७३८ पुव्वाहीयं नासइ, नवं (द.नि.) ११६ पूया परोवयाराओ (विशे.) ३२६९ फड्डा य आणुगामी (विशे.) ७३९ पुदिव उक्खिता माणुस्सेहिं (ज्ञाता.) १३ पूया फलप्पया नहि (विशे.) ३२२८ फड्डा य आणुगामी, (आ.नि.)६१ पुब्दि उक्खित्ता माणु- (आ.नि.) भा.९८ पूयामुत्ति गुणाणं (विशे.) ३२८० फरिसाणंतरमत्त० (विशे.) ३३९ पुव्वि उक्खित्ता माणुसेहिं (आ.) १२३ पूरिज्जइ पाविज्जइ (विशे.) १०६ फरिसेण जहा वाऊ (दश.) भा.३३

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