Book Title: Agam Padyanam Akaradikramen Anukramanika 01
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 62
________________ (विशे छट्ठि हिटिममज्झिमगेवि जंकिंचाहारपाणगं छट्टि हिट्ठिममज्झिमगेवि- (आ.नि.)५० छव्वीस जोयणसयाई (दे.प.) २५३ छिण्णादाणं धुवं कम्म (इसि.) १५३१ छट्टि हिट्ठिममज्झिमगेवि- (दे.प.) २३६ छव्वीस सागरा, उक्कोसेण (उत्त.) १५९१ छिण्णादाणं सयं कम्म (इसि.) २४।२४ छट्टि हेट्ठिममज्झिम (विशे.) ६९७ छसु ठाणेसु इमेसु (म.प.) ३७ छिण्णावलिरुयगा० (विशे.) २७०७ छट्ठी हेट्ठिममज्झिमगेव- (जीवा.) ८७ छहिं कारणेहिं साधू (पि.नि.) ६६१ छिण्णेणाच्छिन्नेण व (विशे.) २४१० छट्ठी उ हायणी नाम, (त.प.) ३७ छहि मासेहि अहीयं (दश.) ३७१ छिण्णे दिट्ठमदिट्ठो जो य (पि.नि.) ३८५ छटेणं भत्तेणं अज्झव- (आ.नि.) भा.९६ छाएइ अणुक्कमइ उरोरुहं (ओघ.) भा.३१७ छिन्नं सरं भोमं अंतलिक्खं (उत्त.) ४८२ छद्रेण उ भत्तेणं अज्झ- (आ.) १२१ छायंपि विवज्जंती केई (पि.नि.) १७२ छिनगिहकोलिया० (विशे.) २४७५ छट्टेण एगया भुञ्जे अदुवा (आ.) १०१ छायाए नालियाए (विशे.) ९२७ छिनमूला जहा वल्ली (इसि.) २४/२५ छड्डेउं भूमीए खीरं (विशे.) १४७१ छावढेि चउसढेि बावढेि । (आ.नि.)२५८ छिनम्मि संसयम्मी० (विशे.) १६८६ छण्णउइ सयसहस्सा (जीवा.) ४३ छावर्द्वि छावढेि दिवसे (दे.प.) १४४ छिनम्मि संसयम्मी० (विशे.) १७६९ छण्णउति सयसहस्सा (सूर्य.) ४८ छावढि पिंडगाई णक्ख- (सूर्य.) ६१ छिनम्मि संसयम्मी० (विशे.) १८६३ छण्हमण्णयरे ठाणे (ओघ.) ५८० छावट्टि पिडगाई महा छिन्नम्मि संसयम्मी० (विशे.) १८८४ छत्तीसगुणसमण्णागएण (ओघ.) ७९५ छावढेि पिंडयाई (दे.प.) १३० छिन्नम्मि संसयम्मी० (विशे.) १९०४ छत्तीसगुणसमन्नागएण (ग.प.) १२ छावढि पिडयाई (दे.प.) १३१ छिनम्मि संसयम्मी० (विशे.) १९४८ छत्तीसमट्टि (मंडि) (म.प.) ३०९ छावट्ठि पिडगाइं चंदा- (सूर्य.) ६० छिन्नम्मि संसयम्मी० (विशे.) १८०१ छत्तीसाठाणेसु य जे (म.प.) ८४ छावट्ठिसहस्साई णव (जीवा.) ८४ छिन्नम्मि संसयम्मी० (विशे.) १९७१ छत्तीसा सोलसगं (आ.नि.)६५१ छावट्ठिसहस्साई णव (सूर्य.) ३१ छिनम्मि संसयम्मी० (विशे.) २०२४ छद्दोसे अट्ठगुणे तिण्णि (अनु.) ४६ छावट्ठि सहस्साई णव (सूर्य.) ८८ छिन्नम्मि संसयम्मी० (विशे.) १६०४ छद्दोसे अट्ठ गुणे तिन्नि (स्था.) ६६ छावट्ठिसहस्साई नव (जीवा.) ८० छिन्नम्मि संसयम्मी० (विशे.) १६४४ छन्नं च पसंसणो करे, (सूत्र.) १३९ छावट्ठि सहस्साई नव (दे.प.) १५८ छिनम्मि संसयम्मी जिणेण (आ.नि.)६२५ छन्नउइअंगुलाई एए (गणि.) ५२ छावट्ठी पिडगाई चंदाइच्चाणं (जीवा.) ५४ । छिन्नाले छिदई सिलिं, (उत्त.) १०३२ छन्नउइ-सयसहस्सा (दे.प.) १२० छावट्ठी पिडगाई नक्खं- (जीवा.) ५५ छिनावाएसुं पंथेसुं, (उत्त.) ५३ छन्नउई पुच्छवाला (त.प.) ६३ छावट्ठी पिडगाई महग्ग- (जीवा.) ५६ छिनो व होउ जीवो (विशे.) २४७२ छप्पंच य सत्तेव य (चन्द्र.) १२ छावट्ठी पिडयाई महग्गह- (दे.प.) १३२ छुहा तण्हा य सीउण्हं, (उत्त.) ६१३ छप्पंच य सत्तेव य (सूर्य.) ८ छावत्तरं गहाणं पंतिसयं (जीवा.) ५९ छेत्तुण उ परियाणं पोराणं (भग.) ९९ छप्पण्णं खलु भाए (जंबू.) १२३ छावत्तरं गहाणं पंतिसयं (सूर्य.) ६५ छेलावणमुक्किट्ठाइ बाल- (आ.नि.) भा.२८ छप्पन्नं खलु भागा (दे.प.) ८७ छावत्तरं गहाणं पंतिसयं (दे.प.) १३५ छप्पन्नं पंतीओ णक्ख- (सूर्य.) ६४ छिदंति बालस्स खुरेण (सूत्र.) ३२१ छप्पन्नं पंतीओ नक्खताणं (दे.प.) १३४ छिदित्तु जालं अबलं (उत्त.) ४५७ छप्पन्नं पंतीओ नक्खत्ताणं' (जीवा.) ५८ छिक्कपरोइया छिक्क० (विशे.) १७५४ छप्पिय जीवनिकाए णोवि (आचा.) २२६ छिण्णमछिण्णो दुविहो होइ (पि.नि.) ३८४ छप्पुव्वसयसहस्सा पुव्विं (आ.नि.)१९६ । छिण्णमिछि दुविहं दवे (पि.नि.) २३१ छब्बगवारगमाई होइ पर- (पि.नि.) २७८ छिण्णम्मि तओ उक्कड्डियम्मि (पि.नि.) ३९१ जं अज्जं सुहं भविणो (भ.प.) ४ छम्माणि गोव कडसल (आ.नि.)५२५ छिण्णम्मि संसयंमी (आ.नि.)६२१ जं अन्नाणी कम्मं खवेइ (म.प.) १३५ छम्मासिया जहन्ना उक्कोसा (म.प.) १८२ छिण्णम्मि संसयम्मि (आ.नि.)६०१ जं अन्नाणी कम्म खवेइ (महा.) १०१ छम्मासे अणुबद्धं देवो (आ.नि.)५१३ छिण्णम्मि संसयम्मी (आ.नि.)६०५ जं अन्नाणी कम्मं खवेइ (सं.प.) ११५ छम्मासे छउमत्थो अट्ठारस (उ.नि.) २५८ छिण्णम्मि संसयम्मी (आ.नि.)६०९ जं असियं बीभच्छं असुई- (म.प.) ३८७ छलओ अवयक्खंतो निरा- (ज्ञाता.) ३० छिण्णम्मि संसयम्मी (आ.नि.)६१३ जं उलूका पसंसंति (इसि.) ४।१९ छलया व सेसएणं पाडि- (आ.नि.)१३४० छिण्णम्मि संसयम्मी (आ.नि.)६१७ जं कज्जं कारणाइ (विशे.) २१०३ छलिआ अवयक्खंता (भ.प.) १४८ छिण्णम्मि संसयम्मी (आ.नि.)६२९ जंकडं देहिणं जेणं (इसि.) २४.१९ छलिओ छलाइणा (विशे.) १६०७ छिण्णम्मि संसयम्मी (आ.नि.)६३३ जं कम्मति उ सद्दो (विशे.) ३०३५ छव्वाससयाइं नवुत्तराई (विशे.) २५५० छिण्णम्मि संसयम्मी (आ.नि.)६३७ जंकारण णिक्खमणं वोच्छं (आ.नि.)५९५ छव्वाससयाई नवुत्तराई (आ.नि.) भा.१४५ छिण्णम्मि संसयम्मी (आ.नि.)६४१ जं कासइ पच्चक्खं (विशे.) १८९१ छव्विहनामे भावे (विशे.) ९४५ छिण्णसोते भिसं सव्वे (इसि.) २८१ जंकिंचाहारपाणगं (उत्त.) ४८७ ૪૫

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