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शुभ कामनाओं सहित 'अहिंसा इंटरनेशनल' के तत्वावधान में नई दिल्ली में आयोजित '6 वीं विश्व जैन कांफ्रेंस'
में देश-विदेश से पधारे सभी प्रतिनिधिगणों व आयोजकों का हार्दिक अभिनन्दन आत्मा के चरमोत्कर्ष की प्रतीक, परम शांतिदायक एवं अद्भुत मोहक छवि लिए 'बड़े बाबा' के नाम से विख्यात जैन तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की 1400. वर्ष प्राचीन 3 फुट सिंहासन पर 12 फुट ऊँची ।। पद्मासन प्रतिमा तथा कुण्डलाकार पर्वतांचल में मनोरम छटा बिखेरते 52 जिनालय
एवं वर्द्धमान सागर के संगम का दर्शनस्थल है-कुण्डलपुर
छायाचित्र
छायाचित्र
कुण्डल गिरि मंदिर
'बड़े बाबा' प्रतिमा
जैनत्व के प्रतीक, सुविख्यात संतशिरोमणि परमपूज्य 108 दिगंबर जैनाचार्य विद्यासागर जी महाराज की सत्प्रेरणा से कुण्डलगिरि पर्वत स्थित प्रमुख 'श्री बड़े बाबा' जिनालय के ऐतिहासिक जीर्णोद्धार के साक्षी एवं सहभागी बनने के निमित्त एक बार सिद्ध तीर्थ क्षेत्र कुण्डलपुर अवश्य पधारें,
आपका स्वागत एवं सत्कार करके हम प्रसन्नता अनुभव करेंगे।
विनीत : अध्यक्ष एवं सभी सदस्यगण-प्रबंधकारिणी समिति श्री दिग. जैन सिद्ध क्षेत्र कुण्डलगिरि, कुण्डलपुर, दमोह (म. प्र.) भारत
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