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भारतीय अंडों में डी. डी. टी. कीटनाशक पाउडर का अंश
भारतवर्ष में डी. डी. टी. कीटनाशक का प्रयोग अभी भी किया जाता है। डी. डी. टी. का प्रभाव मुर्गियों में देखा गया है। अण्डों में भी डी. डी. टी. कीटनाशक की मात्रा होती है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। अण्डों को शाकाहारी और निर्जीव कहकर बेचना — एक गलत बात
बहुत से वैज्ञानिकों का विश्वास है कि अण्डे शाकाहारी होते हैं। उनका तर्क है कि बिना अनिषेचित अण्डे लंबे समय तक निषेचित नहीं हो सकते, उनका कोई जीवन नहीं होता, इसलिए ये शाकाहारी हैं। मेरे अनुभव से यह उपभोक्ताओं को धोखा देना है। विज्ञानी अनुवांशिक एक्सपर्ट और जीव-विज्ञान सभी विश्वास करते हैं कि अनिषेचित अण्डों में जीवन होता है और इसमें क्रोमोसाम्य की संख्या आधी होती है। अण्डों पर प्रकाश की सतह द्वारा प्रकाश की संभावनाएँ रिकार्ड की जाती हैं। अनिषेचित अण्डे निषेचित बनाए जा सकते हैं जबकि बेजान वस्तु को निषेचित नहीं बनाया जा सकता। इसलिए अनिषेचित अंडों को शाकाहारी कहना गलत है। खाने से अवश्य उनका जीवन लेना है और उन्हें खाना मारने के बराबर है चाहे वे कच्चे, उबले या पके हुए हों । अण्डों को शाकाहारी नहीं कहा जा सकता क्योंकि ये कभी भी पौधों, लताओं और पेड़ों पर प्राप्त नहीं होते ।
निष्कर्ष
अण्डे खाना और न खाना व्यक्ति की स्वेच्छा है। परंतु वैज्ञानिक आधार पर अण्डे खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इनके खाने से हृदय रोग, लकवे की बीमारी और रक्त वाहनियों के रोग अधिक होते हैं। सड़े अण्डों को पहचानना अत्यंत कठिन है जो रोग उत्पादक होते हैं। शाकाहारी लोगों को अंडे कदापि नहीं खाने चाहिए क्योंकि सभी प्रकार के अंडों में जीव होता है और सभी प्रकार के अण्डों में कोलेस्ट्रॉल की अधिकता होती है। उत्तम स्वास्थ्य के लिए वनस्पति युक्त भोजन ही सर्वश्रेष्ठ है ।
एम.बी.बी.एस., एम.डी., विभागाध्यक्ष, न्यूरोलोजी विभाग, सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली
श्रावक (जैन) के बारह व्रत
(अ) अणुव्रत --5
(ब) गुणव्रत - 3 (क) शिक्षाव्रत
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(अ) अणुव्रत -5
(1) प्राणातिपात विरमण व्रत.
(2) मृषशावाद विरमण व्रत. (3) अदत्तादान विरमण व्रत.
(4) स्वदार संतोष व्रत. (5) परिग्रह परिमाण व्रत.
(ब) गुणव्रत :- 3
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(1) दिक् परिमाण व्रत.
(2) भोगोपभोग परिमा व्रत.
(3) अनर्थदंड विरमण व्रत.
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