Book Title: Vyakhyapragnaptisutram Part 02
Author(s): Divyakirtivijay
Publisher: Shripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust

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Page 473
________________ श्रीभगवत्यङ्गं श्रीअभय वृत्तियुतम् भाग-२ / / 995 // नोइंदियोवउत्ता उव० 34? के० मणजोगी उव० 35? के० वइजोगी उव० 36? के० कायजोगी उव० 37? के. सागारोवउत्ता उव० 38? के० अणागारोवउत्ता उव०३९?, गोयमा! इमीसे णं रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए निरयावाससयसहस्सेसु संखेजवित्थडेसु नरएसु जहन्नेणं एक्लो वा दो वा तिन्नि वा उक्कोसेणं संखेजा नेरइया उव०, ज० एक्को वा दो वा तिन्नि वा उक्को० सं० काउलेस्सा उव०, ज० एक्को वा दो वा तिन्नि वा उ० सं० कण्हपक्खिया उव०, एवं सुक्कपक्खियावि, एवं सन्नी एवं असन्नीवि एवं भवसिद्धीया एवं अभवसिद्धिया आभिणिबोहियनाणी सुयनाणी ओहिनाणी मइअन्नाणी सुयअन्नाणी विभंगनाणी चक्खुदंसणी ण उव० ज० एक्को वा दो वा तिन्नि वा उ० सं० अचक्खुदंसणी उव० एवं ओहिदंसणीवि आहारसन्नोवउत्तावि जाव परिग्गहस० इत्थीवेयगा न उव० पुरिसवेयगावि न उव० ज० एक्को वा दो वा तिन्नि वा उ० सं० नपुंसगवेदगा उव० एवं कोहकसाई जाव लोभ० सोइंदियउवउत्ता न उव० एवं जाव फासिंदिओवउत्ता न उव० ज० एक्को वा दो वा तिन्नि वा उ० सं० नोइंदिओवउत्ता उव० मणजोगीण उव० एवं वइजोगीविज० एक्को वादोवा तिन्नि वा उ० सं० कायजोगी उव एवं सागारोवउत्ताविएवं अणा वि॥५इमीसेणं भंते! रयणप्पभाए पु० तीसाए निरयावास. संखेजवित्थडेसु नरएसु एगसमएणं केवइया नेरइया उववद्वृति? के० काउलेस्सा उव०? जाव के० अणागारोवउत्ता उव्वद॒ति?,गोयमा! इमीसे णं रयणप्पभाए पु० तीसाए निरयावास. संखेजवित्थडेसु नरएसु एगसमएणंज एक्को वा दो वा तिन्नि वा उ० सं० नेरइया उववर्दृति, एवं जाव सन्नी, 0 असन्नी ण उव्वटुंति, ज० एक्को वा दो वा तिन्नि वा उ० सं० भवसिद्धीया उव्वटुंति एवं जाव सुयअन्नाणी विभंगनाणी ण उववढेंति, चक्खुदसणी ण उव्वटुंति, ज० एक्कोवा दो वा तिन्नि वा उ० सं० अचक्खुदसणी उव्वटुंति, एवं जाव लोभकसायी, सोइंदियउवउत्ता ण उव्वटुंति एवं जाव फासिंदियोवउत्ता न उव्वटुंति, ज० एको वा दो वा तिन्नि वा उ० सं० नोइंदियोवउत्ता उव्वटुंति मणजोगी न उव्वटुंति एवं वइजोगीवि ज० एक्को वा दोवा तिन्नि वा उ० सं० 13 शतके उद्देशकः 1 नरकपृथिव्यधिकारः। सङ्ग्रहगाथा सूत्रम् 470 सप्तनरकपृथ्वीषुसङ्ख्यातासहयातयोजननरकावासेष्वेकसमये नरकजीवोत्पाद कापोतलेश्याकृष्णपाक्षिकसंजयादिजीवोत्पादोद्वर्तनासत्तासाचाप्रश्नाः / // 995 //

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