Book Title: Vyakhyapragnaptisutram Part 02
Author(s): Divyakirtivijay
Publisher: Shripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
View full book text ________________ श्रीभगवत्यङ्गं श्रीअभय वृत्तियुतम् भाग-२ // 1031 // B003 पोसहसाला तेणेव उवागच्छइ जहा संखे (श०१२ उ०१) जाव विहरइ / तए णं तस्स उदायणस्स रन्नो पुव्वरत्तावरत्तकालसमयंसि धम्मजागरियं जागरमाणस्स अयमेयारूवे अब्भत्थिए जाव समुप्पजित्था-धन्ना णं ते गामा-गर-नगर-खेड-कब्बड-मडंबदोणमुह-पट्टणा-समसंबाह-सन्निवेसा जत्थ णं समणे भ० म०वि०, धन्नाणं ते राईसर-तलवर-जावसत्थवाह-प्पभिईओजेणं समणंभ० म०व० नम० जाव पञ्जुवासंति, जइणंसमणे भ०म० पुव्वाणुपुव्विंचरमाणे गामाणुगामंजाव विहरमाणे इहमागच्छेज्जा इह समोसरेज्जा इहेव वीतीभयस्सन० बहिया मियवणे उजाणे अहापडिरूवं उग्गहं उग्गिण्हित्ता संजमेणं तवसा जाव विहरेज्जा तोणं अहं समणं भ० म० वंदेज्जा नम० जाव पञ्जु०, तए णं समणे भ० म० उदायणस्स रन्नो अयमेयारूवं अन्भत्थियं जाव समुप्पन्नं वियाणित्ता चंपाओ नगरीओ पुन्नभद्दाओ चेइयाओ पडिनिक्खमति रत्ता पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे गामाणु० जाव विहरमाणे जेणेव सिंधुसोवीरे जणवएजेणेव वीतीभयेणगरे जे० मियवणे उज्जाणे तेणेव उवा० रत्ता जाव वि० / तएणं वीतीभये नगरे सिंघाडगजाव परिसा पञ्जु / तएणं से उदायणे राया इमीसे कहाए लद्धढे समाणे हट्ठतुट्ठ० कोडुंबियपुरिसे सद्दावेति को० २त्ता एवंव०-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया! वीयीभयं नगरं सब्भिंतरबाहिरियं जहा कूणिओ उववाइए जाव पब्रुवासति, पभावतीपामोक्खाओ देवीओ तहेव जाव पञ्जुवासंति, धम्मकहा। तए णं से उदायणे राया समणस्स भ० म०अंतियं धम्म सोच्चा निसम्म हट्ठतुट्टे उठाए उट्टेइ रत्ता समणं भ०म० तिक्खुत्तोजाव नमंसित्ता एवंव०- एवमेयं भंते! तहमेयं भंते! जाव से जहेयं तुझेवदहत्तिकट्ठजनवरं देवाणु०! अभीयिकुमार रज्जे ठावेमि, तएणं अहं देवाणुप्पियाणं अंतिए मुंडे भवित्ता जाव पव्वयामि, अहासुहं देवाणुप्पिया! मा पडिबंधं / तएणं से उदायणे राया समणेणंभ० म० एवं वुत्ते समाणे हद्वैतुट्टे समणं भ० म० वं० नमं० २त्ता तमेव आभिसेक्वं हत्थिं दुरूहइ रत्ता समणस्स भ० म० अंतियाओ मियवणाओ उज्जाणाओ पडिनिक्खमति रत्ता जेणेव वीतीभये न० ते पहारेत्थ गमणाए। 6 तए णं तस्स उदायणस्स 13 शतके उद्देशक:६ नारकाधुपपाताधिकारः। सूत्रम् 491 प्रभु:चंपान० सिन्धुसौ० वीतीभयउदायनधर्मजागरिकापुत्राभीच्यपहाय भगीनेयकेसिराज्याभिषेकउदायनदीक्षा मोक्षादि। // 1031 //
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