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चंदरायचरिप
सिरिचंदरायचरियग्रन्थरत्ननो प्रकाशन समारोह.
प्रकाशन समारोह
__ स्थभतीर्थ-खंभात श्री संघना पुण्योदये प्रस्तुत चरियग्रन्थ रचनानो प्रारम्भ-पूर्ति तेम मुद्रण ए त्रणे खंभातना आंगणे ज थया.
॥२७॥
सद्भाम्ये चरित्रकारमहात्मा. प. पू. आचार्य महाराज श्री विजय कस्तूर सूरीश्वरजी म. पू. आचार्य म. श्री विजय यशोभद्रसूरीश्वरजी म. पू. आचार्य म. श्री विजय देवसूरीश्वरजी म. पू. उपाध्याय श्री चन्द्रोदय विजयजी गणि. म. प. उपाध्याय श्री कीर्ति चन्द्रविजयजी गणि. म. पू. गणि श्री अशोकचन्द्रविजयजी म. पू. प्रवर्तक मुनि श्री विजयचन्द्र विजयजी गणि. म. आदि मुं. वि. सं. २०२७ वै. सु. ११ ना भोयरापाडाना श्री नवखडा पार्श्वनाथजी ना देरासरे. जिनबिम्ब प्रतिष्ठा तथा श्रीगौतमस्वामीजी, शासन सम्राट् श्री विजय नेमिसूरीश्वरजी म. तथा प्रस्तुत चरियगन्थना प्रेरक तेम चरित्रकार महात्माना गुरुदेव श्रीमान् विजय विज्ञानसूरीश्वरजी म. आदि त्रण गुरुमूर्तिनी प्रतिष्ठा निमित्ते पधारवानु थयु अने अचिंत्या उमंग उत्साह पूर्वक ते प्रतिष्ठा नु मंगलकार्य निर्विघ्न पूर्ण थयु.
आ समय दरम्यान चंदरायचरियनु मुद्रण कार्य पण पूर्ण थतां ते चरियग्रन्थनो प्रकाशन समारोह उजवी श्रुतभक्ति करवानो पुण्य अबसर अमों श्री संघने प्राप्त थयो.
॥२७॥
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