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(ख) कृदन्त क्रियाएँ :
वर्तमान कृदन्त 'मए हसावीअंतं/हसावीअमाणं = मेरे द्वारा हँसाया जाता है/हुआ तुमए धावावीअंत/धावावीअमाणं = तुम्हारे द्वारा दौड़ाया जाता है/हुआ तेण पढावीअंतं/पढावीअमाणं = उसके द्वारा पढ़ाया जाता है/हुआ
भूत कृदन्त मए हसाविअं/हसाविज्ज = मेरे द्वारा हँसाया गया/मैंने हँसाया। तुमए धावाविअं/धावाविज्जं = तुमने दौड़ाया/तुम्हारे द्वारा दौड़ाया गया। तेण पढावि/पढाविज्जं =उसके द्वारा पढ़ाया गया/उसने पढ़ा।
भविष्य कृदन्त मए. हसाविस्समाणं . = मेरे द्वारा हँसाया जायेगा। तुमए धावाविस्समाणं . = तुम्हारे द्वारा दौड़ाया जायेगा। तेण पढाविस्समाणं _ = उसके द्वारा पढ़ाया जायेगा।
विधि कृदन्त मए हसावेअव्वं/हसावणीअं = मेरे द्वारा हँसाया जाना चाहिए। ... तुमए धावावेअव्वं/धावावणीअं = तुम्हारे द्वारा दौड़ाया जाना चाहिए।
तुण पढावेअव्वं/पढावणी = उसके द्वारा पढ़ाया जाना चाहिए । हिन्दी में अनुवाद करो : . . . पुरिसेण सिक्खावीअंतं । 'सुधिणा दरिसावीअमाणं । निवेण ताडाविशे। तेण दिक्खाविज्ज। अम्हे पिवाविस्समाणं। तुमए सुणाविस्समाणं। तेण पेसावणीअं। मए . लिह्यवेअव्व। .प्राकृत में अनुवाद करो :
- कवि द्वारा हँसाया जाता है। गुरु के द्वारा पढ़ाया जाता है। राजा के द्वारा दौड़ाया जाता है। मेरे द्वारा सिखाया गया। साधु के द्वारा दिखाया गया। बालिका द्वारा भेजा जायेगा। नौकर द्वारा कराया जाना चाहिए। उनके द्वारा नहीं हँसाया जाना चाहिए। तुम्हारे द्वारा क्षमा कराया जाना चहिए। युवती के द्वारा नृत्य कराया जाना चाहिए।
खण्ड १
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