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मुंहता नैणसीरी ख्यात
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१ नाहवार । ९ वीझणोट । १ नांदणौ । १ कोटड़ो । १ काळो डूंगर । १ वछणोट । १ जेसूरांणो । १ सापली । ९ द्रेग । - पोहड़ारे कोहेक दिन कोटड़ो हुतो । नीभड पोहड़ कोटड़े धणी तो, सु रावळ मालार भैंस १ वेल नांमा हुती, तका कोटड़ांरो गांव सिव, तिगरी वाड़ी भैंस खाय जाय, तरै मालो वाड़ीरो धणी कोटड़ारा धणी नीभड़नूं पुकारियो, तरै उण वेल नांवे भेंस वाढ़ी नीभड़; * तिरण ऊपर पोहड़ ने राठोड़ै वेढ़ हुई । पछै रावळ मालै द्रे ऊपर हईया मारिया, सु हिंदू हुता । पछै रांगा राजपाळरा पोतरा पोहड़रा भाई उण मांमलै हईया पोहड़ भेळा मारांणा' । रावळ मालानूं उण मांमलारो गीत छै तिण मांहै नांव प्रांणिया छै' ।
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वात रावल घड़सीरी
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रावळ घड़सी घणां दिनांसूं जैसलमेर बोलायो छै । नै तद धरती मांहै हईया पोहड़ सबळा' मांणस द्रेग रहै, सु रावळ घड़सीनूं को वदै न छै° । अमल मांनै न छै । पण पोहच सकै नहीं 1 2 । सु रावळ मालदेजी पिण हईयारं परणिया छे सु रावळजी हईयां या करै छै न रावळ घड़सीनूं पिण रावळ मालदेजीरी बेटी दी छै 14 सु रावळ घड़सी नै जगमाल मालावत सुख घणो, " सु रावल मालदेजी देवीरी जात द्वेग आया छै । रावळ घड़सी जगमाल मालावत साथै छ, सु रावळ घड़सी जगमालनूं कहै छै - " औ हईया पोहड़ द्रेग वसै छै, तिकै म्हांनूं लिगार मात्र वदै न छै ' " । . जठा तांई " जैसळमेररी धरती में छै, तितरै " म्हांनूं धरतीरी स
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I किसी दिन | 2 नामक | 3 वाटिका । 4 तव उस वेल नामक भैंसको नीभड़ने कटवा दी। 5 जिस पर पोहड़ और राठौड़ोंमें लड़ाई हुई। 6 उस मामले में ( लड़ाई में ) हईया और पोहड़ साथ में मारे गये । 7 उस लड़ाई में रावल मालाका एक गीत ( छंद) है जिसमें उन सबके नाम दिये गये हैं 1 8 उस समय । 9 सबल | JO सो रावल घड़सीको कोई कुछ नहीं समझता है । II उसके अमलको कोई नहीं मानता। 13 कृपा । 14 बेटी ब्याही है । IS प्रेम बहुत । 16 ये
12 लेकिन वश नहीं चलता । हमें किंचित भी नहीं मानते ।
17 जब तक ।
18 तब तक ।