Book Title: Kaise Khole Kismat ke Tale
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 63
________________ 'चंदा है तू, मेरा सूरज है तू।' मेरी माँ ने कभी मुझे यह गीत सुनाया था, लोरियाँ सुनाई थीं और लोरियाँ सुना-सुना करके मेरे व्यक्तित्व का निर्माण किया था। बहनो! आपके पास में भी आपके बच्चे बैठे हैं । उनको सुनाइए यह गीत, क्योंकि इस गीत के आधार पर प्यार भरी लोरियाँ सुनाकर हम लोग अपने टेलेंट पर गौर करेंगे और नये कल का निर्माण करेंगे। चंदा है तू, मेरा सूरज है तू, हाँ मेरी आँखों का तारा है तू। जीती हूँ मैं बस ये देख के, इस टूटे दिल का सहारा है तू। तुझे सूरज कहूँ या चंदा, तुझे दीपक कहूँ या तारा। मेरा नाम करेगा रोशन, जग में मेरा राजदुलारा। चलिये अपन अपने-अपने टेलेंट को जगाते हैं, अपना टेलेंट बनाते हैं। टेलेंट जगाने की ए-बी-सी-डी सीखिए। सबसे पहले हर कोई व्यक्ति अपने बौद्धिक विकास पर ध्यान दे। हर व्यक्ति, हर छात्र-छात्रा शिक्षा के प्रति गंभीर हो । याद रखें दिमाग एक पैराशूट की तरह हुआ करता है, जो तभी काम करता है जब हम उसे खोलते हैं। हम अपनी बुद्धि पर, अपने बौद्धिक विकास पर गौर करें, बुद्धि को हम तीखी और प्रखर करें। चीज़ अगर याद न रहती हो, तो कुछ नुस्खे अपनाये जा सकते हैं। याद करने के लिए तीन फार्मूले अपनाइये। यह फार्मूला है थ्री आर का फार्मूला। पहला आर हमें कहता है - रीडिंग। कोई भी चीज़ हमें याद करनी हो तो पहला फार्मूला है मन लगाकर पढ़ो। दूसरा फार्मूला है रिवाईजिंग। जो पढ़ा है उसे दोहराओ भी। तीसरा फार्मला है राईटिंग। जो आपने पढा है, जिसे दोहराया है, उसे एक बार लिख भी डालो। पढ़ लेते हो, दोहरा लेते हो, लिख लेते हो, वो बात अपने-आप याद हो जाती है। यह थ्री आर का फार्मूला है। अपने बौद्धिक विकास के लिए अखबारों में रोजाना आने वाली पहेलियों से थोड़ा माथा लड़ाओ, शब्दों से माथा लड़ाओ, अक्षरों से, अंकों से माथा लड़ाओ। गणित के बहुत सारे फार्मूले होते हैं, रोज नई-नई तकनीकें पैदा हो रही हैं । आप भी अपने भीतर टेक्नोलॉजी डेवलप करें। अक्षरों के साथ खेलें, शब्दों के साथ खेलें । शब्दों के साथ जितना खेलेंगे, शब्द-ज्ञान उतना ही परिपक्व होगा। जी.के. की किताबें पढ़ो, जनरल नॉलेज बढ़ेगा।ऑक्सफोर्ड, लिम्का बुक, गिनीज बुक देखो, नये कीर्तिमान बनाने की प्रेरणा जगेगी। 64|| Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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