Book Title: Jinkrupachandrasurishwar Charitram Author(s): Jaysagarsuri Publisher: Jaysagarsuri View full book textPage 6
________________ San Mahavir Jain Aradhana Kendra Achera Sa nta ** * मंदिर छे. तेमां पांच देरी तथा एक खेतरपाळनी देरी छे. तेनी पासे एक कूबो छे. तेनी बाजुमां दरेकने बेसवा सारु एक मोटो चोतरो बांधेलो छे. तेना उपर छापरु शेठ अमृतलाल मोहनलाल झवेरीए रू.९०१) खर्ची पोतानां मातुश्रीना नामथी | बनावी आप्यु छ. तेनी बाजुमां एक ओरडो शेठ मंगळदास नगीनदासे तेमना मर्तुम भत्रीजा शांतिलाल मोतीलालना नामथी पंधावी आप्यो छे. उपरनी मील्कतनो वहीवट श्री खरतरगच्छ संघनी वती वहीवट करनार कमीटीना ट्रस्टीओ नीचे मुजब छ१ कोठारी मणिभाई मोहनलाल. ४ कोठारी चंदुलाल मोहनलाल. २ शेठ माणेकलाल काळीदास. ५ शा. लालभाई फुलचंद. ३ परी मंगळदास नगीनदास. उपरना पांच ट्रस्टीओनी वती वहीवट करनार कोठारी चंदुलाल मोहनलाल वहीवट करे छे, अने तेमना हाथ नीचे दरेक टा कामकाज शा. तलकचंद जेठाभाई करे छे. एज, संवत् १९९५ ना कारतक शुदि १ सोमवार. द. शा. तलकचंद जेठाभाई. SCLXX For Private And Personal use onlyPage Navigation
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