Book Title: Jain Bhajan Prakash 04
Author(s): Joravarmal Vayad
Publisher: Joravarmal Vayad

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Page 46
________________ ४] नरकनिवारण तारण भवनीपोत । उ• दादरजिम हरषितभये । उदैचंद अबदात। संतसत्यागुणमाला गावण । हकमकरोगनी नाथ । तातकनिलालकी नंहा । दर्शण ॥७॥ राम लाल गोबिन्द जुहार मल १३ पृथी-राज ४ मन · रंग ॥ राम सुख ५ गणेश पन्ने लाल ७ छबील ८ माता संग॥ उदै रामः सजोडै ईश्वर १० बागै नारउमंग॥ फोज मल ब्रह्मचारी नवल ॥१२॥ जारी लारै उचरंग ॥ उ. राम चंद १३ छजमालजी ॥१४॥ जवानमल गुणखान । सिवकरण १६ अभैराज १७ अठारा.॥ पनरै कुंवाराजाण आण धरजीत मुनिंदा॥द०॥८॥ भजोकजोडीमल १ चांदमल २ अणंदराम ३ चुनीलाल ॥ ४ अमरचन्द ५ गोरीदास पुनम चंद६ टुजापन्नालाल ८ ॥ मगन मल ६ कालुराम १९, जयचंद ११. वीनु

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