Book Title: Jain Bhajan Prakash 04
Author(s): Joravarmal Vayad
Publisher: Joravarmal Vayad

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Page 48
________________ [४३. रोज १० दोलतराम ११ जोरजौ, १२ रुघ'नाथ १३ रंगलाल १४॥ उ० परताबराम १५ होरालालजी १६ सागर १७ बछमल १८ ख्यात ॥ दुजा चंपालाल १६ ठंडीराम २० बैनमनोरांसाथ ॥ हाथगणिडाल मुनिंदा ॥ ॥ द० ॥ ११ ॥ केसरीमल २१ कनकमल २२ कुन्दण २३ छोगमल २४ रणजीत २५॥ घासी सन २६ गुलराज २७ संत सतबीस सहुसुबनौत ॥ केकवारा केयकपरण्या सारी 'पूज्यवनौत ॥ शत्यांदोयसै दस मुनि अड साठे पूज्याण धरप्रीत ॥ उ० ढालकहुँसतियाँ तणौ ॥ संप्रतबिचरैख्यात ॥ रायषिबारासंलेकर ॥ सप्तमपट अवदात ॥ मातसति जड़ावनंदा ॥ द. ॥ १२ ॥ प्रथम पवित्रणी पयप्रणमौ ॥ कहुँरायषिबार ब्रह्मचारण कस्तुरां १ जमा २ परणी संजमधार ॥ जौतचारै अर्थमचूनांनी १ सयकबर २ ब्रह्म

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