Book Title: Jain Bhajan Prakash 04
Author(s): Joravarmal Vayad
Publisher: Joravarmal Vayad
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फनजडाव ५१ . दोनुधार नोजांजी. ५३ लाभुजी ५४ दिरयां ५५ इन्दु ५६ दुजौतारण सारगोगां ५७ सुखदा ॥ द० ॥ २२ ॥ बगसु ५८ मुगना ५८ हुलासांजी ६० फन॥ मंगk६१. पुरमेवाड ॥ भूरां १२ पलाणौ ॥ गोगांजौ ६३ फ न ॥ भूरां ६४ टोटगढवार॥ पारबतां ६५ जतना ६६ भजचानां ६७॥. सोना ६८ बेहंसंगधार ॥ जडाव ७८ चोथी मनोहरकवरी.७० चरणभाइकोलार ॥ उ० भूरां ७१ चानां ७२ नानु ७३ तिहुँ । साथे संजमभार ॥ हुलासांजी ७४ संगकेसर कंवरी ७५ अतिबालक हुसियार ॥ धारचणं लियो मुनिंदा ॥ द० ॥ २३ . सरदार सहर की. सतिजडावा ७६ रोणांसुन्द्र सोअंती. ७७-बीदासर कोभतु ७८ सुतासंग मखु ७६ मुखमुलकंती ॥ सिरसांजी ८० दाखाजी ८१ चोथी. दुजी ग्यानी ८२ गुणवंती॥

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