Book Title: Jain Bhajan Prakash 04
Author(s): Joravarmal Vayad
Publisher: Joravarmal Vayad

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Page 49
________________ D [३] चार ॥ भूरांजी ३ सैंजोड सुहागण ॥ धीचंदसंगधार ॥ उ० जेठांजी ४ जुगतोधरी संव सतियां सिरमोड ॥ भवदुःख भंजन ॥ विचित रंजन॥ अरिगंजन अघतोड ॥ मोड दिया मोहंटल फंदा॥द०॥१३॥ तौजां ५सती 'सुहागण ब्रह्मण हस्तु ६ उदैकवार ७ लखुजी ८ इमरतांजौ । भजभुरांजी १० ब्रह्मचार ॥ जडावजी ११ से जोडमयाचंद ॥ मखतु १२ रहीकंवार ॥ चांन्दा १३ सति सुहागणपति इश्वरजी संयमलार ॥ उ० वौगं १४ नडावां १५ लक्षमा १६ दोली १७ सुतसंगधार ॥ फूलकवारी १८ चंदणा १६ चिमना २० चोथां २१ ग्याना २२ सार ॥ तारनांनु २३ 'मुजहंदा० द० ॥ १४ ॥, हरखु २४ कुनणा २५ रोधु २६ तौजां २७ साकर २८ सुन्दर २९ सार ॥ सतिसुहागण मानकंवर ३० कुसमांनी ३१ सतिकुंवार ॥ कसुर ३२

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