Book Title: Hemchandra Kosh
Author(s): Hemchandracharya,
Publisher: Jaina Publishing Company
View full book text
________________
हेमचंट्रनानार्थ १२१ शरवहस्तिभेदयोनकरजोनखक्षयोः।कांबोज पुनस्थानाभ देनागपादपे॥१४३॥वलसरवदिरेचापिकोबोजीमाषपर्णिकाका रुजकलभेफेनेवल्मीके नागकेसरे॥१४४॥गैरिकेशिल्पिनाचित्रेल पंजाततिलेपिच॥कुटजो गस्सेदुभेद्रोणेगिरिजमश्रके।१७५६५ शिलाजतुनिलोहेचगिरिनामातुलग्युमा जलजकमलेशरवेनीरज पन्मकुष्ठयोः॥१४ानरेजोसीतलपत्रेयुरिकाफलफेनयोगबार जस्तुस्वयंजाततिलेसत्रियकीरयोः॥१४॥भूमिजौनरकाभागभू मिजाजनकात्मजावलजगोपुरेसस्पेक्षेत्रसंगरयोरपि॥१४॥स दाकारेबलजातपशिल्याबरयोषितिावनजोमुस्तकेस्तेबेरमेन नजमबुजे॥१४॥बननातुमुदपर्योसहज सहसंभवेनिसर्ग चसामजस्तुसमोस्थेकुज्जरेपिच॥१५॥हिमजोमेनकापुत्रेहिमजा पार्वती क्षेत्रज्ञावात्मनिपुणोदोषजःप्राज्ञवैरायोः॥१५१।। सर्वज्ञस्तुजिनेन्द्रस्यात्सगतेशंकरेऽपिचात्रिस्तरजान्ताः॥अवतः कूपबिलयोर्गतैकहकजीविनि१५२॥अरिष्टोलशुनेनिम्बफेनि लैक्रककाकयोः॥अरिएंसूत्यगारेन्तित्रिचन्हे तक्रेश्भेशुभे१५३ अबदुर्ग धुघाटामृत्कटस्तीमत्तयोः॥उच्चटाद: दर्या या भेटे लशुनस्यच॥१४॥करट करिगण्डेस्यात्कुसुम्भेनिधजीविनि)का केवायेदईस्टेनवनायिकर्करः।।१५५।। कुलीरेकरणेस्त्रीणांस शौरवगेश्यक शाल्मलीफल वालंक्यो कार्पटोजतुकायो ।१११६॥ की कट-कृपणेनिःस्वेदेशभेदेतरामे।कुटोमिटिकाभेदे करुटीदारुपुत्रिका॥१५७॥कुकुरकुलभताम्रन डेअन्हिकोधि चानिषादम्यूट्रयोःपुत्रेहपीटमुरेजल१५॥चकाटोपूनती रविषयेथिचपरासपेटेस्फारदिपुलेपर्पटेचिपित एनः पृथुकेपिच्चरेपिस्याश्चिरंटीतुसुवासिनी तरूणीचजकररकबाल ककुसुमेश्शुनि॥१६॥यमलेव्यगटोधौतानन्यांशिक्याभिदीपारे। त्रिकूटसिंधुलवणेत्रिकूटस्तसुवेलके॥६॥त्रिपुरीतारमतीन पुटोत्रिौषधौ।सूदमैलायामल्लिकायांद्रोहाटोमगलुब्धके १८२
E
कार

Page Navigation
1 ... 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228