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११२]
क्रमांक ग्रन्थाङ्क
४५४ ६८० |योगाध्याय
४५५ १३६७ योगाध्याय
४५६ | ३८१२ ११२३
४५७
ग्रन्थ नाम
(5)
४५ = १७५७ रघु वंशशकुनावली ४५६ | २२६३ | रत्नदीपक ४६० ३४४१ रत्नावली पद्धति ४६१ ३७०८ रत्नावली पद्धति ४६२ | ३३७३ |रमल
४६३ | ३७१३ |रमल
४६४ | ३७१६ रमल ४६५ १७८५०
योगिनी दशाफल रघुवशशकुनावली
४६६ | ३७१४
४७०
४६६ | ३७३१ | रमलतन्त्र भापा
४६७ | ३७२२ |रमजतन्त्रभाषा गद्य ४६८ | ३०३६ |रमलप्रश्न
४७५
रमलग्रन्थ
रमलप्रश्नतन्त्र ३८ रमलप्रश्न संग्रह
४७१
१७७४ रमलशकुनविचार
४७२ ६७१ रमलशकुनावली ४७३ ३५०४ रमलसार संग्रह ४७४ ३२६१ रश्मिकरण द्वादश
भावफल
३२१ = | रात्रि दनसह मविधि
राजस्थानपुरातत्यान्वेपण मन्दिर
लिपि -
समय
कर्त्ता
भट्टदा
गणपति
गणपति
गणेश
गणेश
राम
राम
भाषा
सं०
रा गुसं सं०
"
""
""
"9
१७२४
१७वीं श.
१८६३
१८८०
रा० गु० ११
"
रा०
"
हि०
चिंतामणिपडित सं०
""
रा०
"3
सं०
29
१८०१
30
१८०४
१६वीं श
१८वीं श
१८वीं श.
१वीं श
१७वीं श५८-५६
१८६७
१६वीं श १८८७
१८८२ १६वीं श
पत्र
संख्या
१=७७
१८०१
१८७१ १वीं श
१६वीं श
११
१२ सिणधरी में लिखित
रत्नदीपकत
यथकारकृतरत्न
प्रदीपकथान्तर्वर्ती ।
चुडा मे लिखित |
2288
४
१० किंचित् पूर्ण |
८
६
६ |पद्यरचना
८ | कृष्णगढ़ में लिखित ६ | नाद्यारा मे लिखित ३० जीर्णप्रति है | मांड
वी विन्दर मे लिखित | १५ पल्लि कापुरी मे लिखित |
१७
५६
पत्र २, ३ तथा ८ वां प्राप्त । त्य पुष्पिका इति मुसललमानी भाषा कोरमल
२५ | नागपुर मे लिखित
Purm
M
१६
विशेष
४
५०
५
१
C++