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क्रमाक ग्रन्थाक
१
१४६ | वृत्तिवार्तिक २२६६ | मरचन्द्रिका
ग्रन्थनाम
(३)
(१७) रसालंकारादिशास्त्र
३ / २३३८ अलकारभेट कवित्त
४ ५७२२
अलकारशास्त्र
५ २३६७ श्रष्टजाम
६ २४६१ | उज्ज्वलनीलमणि
E
३७ | कविकटीक
१. कविकल्पलता
६ ३२८६ | कविकल्पलता
1
कर्ता
अपय्यदीक्षित संस्कृत सूरतमिश्र
खुसराम
देवदत्त
शंखधर
देवेश्वर
देवेश्वर
१० ' ११६६ 'कविकुलकटाभरण सटीक मू दुलाराय =६० | कविप्रिया
११
१२. २६६४ / कत्रिप्रिया सटिप्पण
केशवदास केशवदास
भाषा
१३ | १७२१ | कत्रिरहृम्य (अपशब्द हलायुध भापास्य काव्य) टीका | टी. रविधर्म
सावचूरि
१६१० ०हि० | १८२०
२०वीं श प्राकृत | १५वीं श
संस्कृत
लिपि -
पत्र
समय संख्या
म
४२
| ० हि० ( १६वीं श७२ से ६०
""
""
"
१६५० १६वीं श.
१७वीं श
१८८३
टी हि १६वीं श
० हि० | १८३१ ऋ० हि० | १७५७
'सम्कृन ध्वन
१८
७
५०
११
विशेष
विहारीदासकृतसतसया की टीका है | जोधपुर नरेश श्री अभयसिंहजी के श्रमात्य अमरसिहजी की प्रार्थना से
रचित ।
अपूर्ण ।
पूर्ण
(छन्दोनुवर्ती) ६७ | पत्र १ से ५ व २६
१०
वा नहीं है। ३२. मांडवी बंदर में लिखित |
२८
१२७ भुजनगर मे लिखित । स्तम्भ तीर्थ मे लिखित, प्रारम्भ से इन्द्रजीत नृपति का विस्तृत
वर्णन है। संद १६५८ में रचित ।