Book Title: Hastlikhit Granth Suchi Part 01
Author(s): Jinvijay
Publisher: Rajasthan Puratattvanveshan Mandir
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( ५ )
नाम
पृष्ठ संख्या
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चंद कवि चंदभाण चंद महत्तर चदसखी
३०१ २०३ १६० २७१, २७२, २७४, २७७, २७८, २७६, २८१, २८७, २८
जयशेखर
छीतम दास
૨૭૦
२७०
१४० २६५
जगो खिड़ियो २१६ जगदीश भट्ट जगनाथ जगन्नाथ
६, ८२, १२७, १५५,
२०८, २७८, २७६ जगन्नाथ कविराज २७० जगन्नाथ पण्डितराज ३ जगन पुष्करणा १३२ जटमल
१६६ जनकवि
२२७ जनमोहन (?) २११ जनार्दन
१४० जयकवि जयकीर्ति १३०, १३१. १८६ जयतिलक १८७,२४४, जयतिलक सूरि २४६ जयदेव
४, १२८, १३१, १३२,
१४७, २६६, जयपाल जयमुनि जयराम
७४, ७८ जयरग
१६७
जयलाल
२५४, २६१, २६० जयविजय २६० जयसिंह सूरि १२६ जयसोम १६०, २६१
१८७, १६०,२४१ जयशेखर शिष्य मतिकुशल, २२४ जयानन्द जवानसिंह जसराज
२६२ जसवन्तसिंह ५६, १४७ जसुराम
१६३ जानकवि
२१६ जावड़ (?) २२५ जितचंद
२५२ जिनइन्द्र (जिनेन्द्र) २६३ जिनकीर्ति जिनचंद्र
२५५ जिनदत्त सूार
१८८ जिनदास
२६४ जिनप्रभ
१,६,१८८ जिनमाणिक्य
२३६ जिनराज जिनराजसूरि जिनरग
१५६, २३० जिनलाभ जिनलाभ सूरि जिनवल्लभ १८७, १८८, १६१, २४४ जिनसागर १५४ जिनसार
१८५ जिनसुन्दर जिन-सूरि
२४५ जिनहर्ष १५५, १५६, १६४, १६६,
२२०,२२१,२२२,२२६, २५६, २६१,२८६,२६१..
२६१ २६२

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