Book Title: Hastlikhit Granth Suchi Part 01
Author(s): Jinvijay
Publisher: Rajasthan Puratattvanveshan Mandir

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Page 259
________________ कथा-वार्तादि - - - - - - - - - - क्रमांक ग्रन्थाङ्क प्रन्यनाम कर्ता भाषा १६० ३६४१ शांतिनाथचरित्र ( भावचन्द्र सं० लिपि- पत्र विशेष समय | संख्या १८४४ ११८ सं. १५३५ में रचित । सोभित दुर्ग मे लिखित । १८६६ / १४ अजीतगढ़ में लिखित । १८वीं श ५ १८१६ | १४२- वरांटीया में लिखित । १६१ / २८५२ शिवरात्री कथा ४००१ शिवरात्री कथा गद्य ३५४६ शिवरात्ररी कथा (२१) ३५५५ शिवरात्रीरी कथा 12 १६वीं श. १५-६६ ११३- वरांटीया में लिखित ३५४६ शिवरात्रीरी वारता (१४) २६०३ शिवरात्रीव्रत कथा शुकसप्ततिः " १६वीं श. १२-७६ अजमेर में लिखित। स्कन्दपुराणगत। अपूर्ण । पंचमकथा से ५२ वी कथा तक। २८३४ श्रवणादायी | ३६४० शुकसप्तत्युद्धार | श्रवणद्वादशीघ्रतकथा २०२८ श्रीपानीकथा गद्य ६५० श्रीदत्त श्रीमतीरी कथा " १८८८ १७६७ राज. १६वीं श " १७वीं श. २-२ ब्रह्मपुराणगत। ४८७ श्रीपालकथा पद्यरत्नशेखर प्राकृत १६वीं श. १६६६ | श्रीपालकथा २४ रचना संवत् १४२८ । | रचना संवत् १४२८ । कालु मे लिखित । रचना स १४२८। गद्य । २४८५ | श्रीपालकथा १८६६ | २१४३ पीवैविजैरी बात १८६० | २३७१ सकष्ट चतुर्थीव्रत कथा गुटका। भविष्योत्तर पुराणगत कथा की भाषा। सत्यनारायणव्रत कथा सं० १६२३, १२

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