Book Title: Hastlikhit Granth Suchi Part 01
Author(s): Jinvijay
Publisher: Rajasthan Puratattvanveshan Mandir

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Page 295
________________ 1 क्रमांक प्रन्थाक ५४७ | १८६० (२१८) ५४८ १८६० पद (२२१) ५४६ | १८६० (२२२) ५५० १८६० ५५१ (२२४) ५५२ | १८६० ५५३ ५५४ ५५ (२२३) १८६० ५५८ (२२८) ५५६ १८६० ५५६ | (२२५) १८६० पंद (२२७) १८६० पद ५६१ पढ़ पद पढ़ (२२६) १८६० | पढ़ पढ ५६३ (२३१) ५५७ १८६० पद पद पढ (३) ३५७५ | पद (६३) ५६० | १८८२ | पद (एकादशी (२३२) ३५७१ | पद ५६२ १८६० प्रन्थनाम (१३७) व्रत महात्म्य) १८६० पद (महादेवस्तुति) (४२) गीत-आदि पद (रासविलास ) (१३५) १८८२ | पद ( हिंडोलावर्णन ) (१५) कर्त्ता अग्रदास सूर मीरा सुखदास सूर कबीर मीरा माधोदास नन्ददास शिवचंद्र वेदव्यास सूर रामदास तुलसीदास लिपि - पत्र समय संख्या व्र. हि. १६वीं श. १६७ वा | १६६ वां भाषा 36 " 35 राज. प्र. हि. " 19 राज. व्र. हि "" " 19 व्रज० 39 " د. 39 19 33 "" 35 99 " 17 " 37 १६६ १७० १७० १७३७ १२१ १३० रा. गू. २०वीं श २६५ २६६ व्रज १६वीं श ७०-७१ हिंदी ४० वां 39 १७१ १७१ १७२ १७२ वां १७२ १७३ १७३ वां १७३ १७४ १७६ वां २५३ ] १७६ वां गुटका अपूर्ण । १७६ पत्र पर्यन्त । ४० पद्य हैं । ११५ ११७ २३-२४ विशेष

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