Book Title: Hastlikhit Granth Suchi Part 01
Author(s): Jinvijay
Publisher: Rajasthan Puratattvanveshan Mandir
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1
क्रमांक प्रन्थाक
६१४ | १८६० |पर द्वय (ह)
६१५ १८६० पद द्वय (२)
(१०)
६१६
६१७
६१८
(३२)
१८६० | पद द्वय (२)
(४८)
पद द्वय (२)
पद द्वय (२)
पदद्वय (२)
(६३)
६२२ | १८६०
पद द्वय (२)
(६४)
६२३
१८६०
पद द्वय (२)
(६५)
६२४ १८६० | पद द्वय (२) (१०४)
६२५ १८६० पद द्वय (२) (१८८)
६२६ |१८६० पद द्वय (२) (११०)
६२७ | १८६० पद द्वय (२)
६२०
१८६०
पद द्वय (२)
(१८)
१८६० पढ़ द्वय (२)
६१६ | १८६० (५८)
६२१
- प्रन्थ नाम
१८६०
(८३)
१८६०
(११५) ६२५ | १८६० (१२६)
पद द्वय (२)
६२६ | १८६० पद द्वय (२)
(१२६) ६३० | १८६० | पद द्वय (२)
(१४१)
गीत - श्रादि
A
कर्त्ता
बालकृष्ण (चदसखी)
ब्रह्मदास
मीरा
मीरा
कबीर
सूरदास
नरसी
प्रमानन्द
बालकृष्ण
[ चन्दसखी]
प्रसोतमदास (पुरुषोत्तमदास) लच्छीराम
नन्ददास
भाषा
36
99
व्र०हि० १६वीं श5
राज.
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वहि०
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राःगू०
व्र-हि०
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39
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33
33
लिपि -
19
समय
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"
19
"
"1
""
""
29
35
36
"
""
"
"
पत्र
संख्या
६-११
२२-२५
३४-३५)
४२-४३
४४-४७
६८-६६
७३-७४
७४-७५
७५-७६
८२ वां
८३-८४)
८४-८५
55-58
१०१
१२
१०३
१०४
१२२ वां
२८७ ]
विशेष

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