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रास
२१५ ]
क्रमांक ग्रन्थाङ्क
ग्रन्थनाम
भाषा
लिपि- पत्रसमय | संख्या
विशेष
३४६४ । मुनिपतिचौपाई
रा. १७वीं श ३५ सं. १५५० में रचना। ३४८१ | मुनितिचौपाई
१५६६ ३८ | सं. १५५० में रचना। ३२८ | २८६३ मुनितिचरित्रचौपाई | हीरकलश
१६६८ | १३-५८ सं. १६१८ के माघ (२४)
वैशाख मास में बीकानयर
में रचित । कनक
पुरी में लिखित । ___३२६ २०२१ मुनिपतिचरित्रचौपाई | धर्ममन्दिर । " | १८४१ / ३६ / सम्बत् १७२५ में
पाटण में रचित । ___३३० | २१३६ मुनिपतिचरित्रचौपाई
| १८१८ ३१ | संवत् १७२५ में
पाटण में रचित ।
रिणी में लिखित । मृगापुत्रसधि कल्याणतिलक " १६वीं श. ६७-६८ जीर्णप्रति । मृगापुत्रसंधि
"
" १६६७ । ४ ६६१ | मृगावती चौपई समयसुन्दर
१६६० सं. १६६८ में मुल
तान में रचना। ३८६६ मृगावती चौपई
मुलतापनगर में
रचित। ३६४८ मृगावती चौपई
सं० १५६८ में मुल
ताण में रचित । मृगावती चौपई
सं. १६६५ में मुल.
ताण में रचित । मेघकुमारचोढालीयो | कनककवि
१६वीं श ३४-३५ जीर्णप्रति ।
। (२२)
१८वीं श
석
३६८०
१६६१
३६४६ ३६८१ ३१६
मेघकुमारचोढालीयो मेघकुमारचोढालीयो मोती कपासीया सवाद
१८८१
यादव श्रीसार
9 mur
चौपाई
३२०८
१७२५
मोती कपासीया सवाद चौपाई
३ आणंदपुर में लिखित । ६ सं १६८२ में फलव
धीपुर में रचित। बीकानेर में लिखित। स. १६८२ में फलवधीपुर में रचित । | सं १६८६ मे फलवधीपुर मे रचित । सं. १६८६ में फलवधीपुर में रचित ।
३८६७
१६६५
20
मोती कपासीया संवाद चौपाई मोती . मोती कपासीया सवाद चौपाई
३६५०
१७वीं श
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