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(२४) इतिहास (ख्यातयातादि)
क्रमांक ग्रन्थाङ्क
प्रन्थ नाम
। कर्ता
भाषा
लिपि- पत्रसमय संख्या
विशेष
राज०
३५६२ / अचलदास खीचीरी
वार्ता | ३५४६ अजीतसिंहजीरी वार्ता
१६७० ११७
१३५ १८वीं श. १२५
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१२६
राज० गू०१७वीं श| १११ वा
राज० १६वीं श६३-६७
(११)
२८६३ अणहिल्लवाडपत्तन(१२७) राजावली ३५४६ अनन्तरायसांष(ख)
लारी वार्ता | ३५४६ अनन्तराय संखलारी
बात २८६३ अभयदेवसूरिंगच्छ (१२६) निर्णय
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६८-७१
रा.गू स १६१७ . १६०- १६० वां पत्र मे
१९१ | अन्यान्य ग्रथों के
अवतरण हैं, तथा १६० और १६१ वे पत्र मे अन्यान्यगच्छों के ३४ श्रा चार्यादि मुनियों की साक्षी है। पत्तननगर मे लिखित ।
ले० हीरकलशमुनि। राज० १६वीं श. ७२-७३
३५४६ श्रालणसीभाटीरादूहा
श्रासथानजीरी वार्ता
३५४६
(१६) ६३५५६
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गिंदोलीरी कथा
१२२ वा । ६६-७०