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२२० ]
क्रमांक ग्रन्थाङ्क
४०२ १८१५ विक्रमचरित्र प्रबंध
४०५
२८६० | विक्रमचोबोलीचोपाई
४०६ || ३६०० | विक्रमचोबोलीचोपाई
४०७
४०३ | ३५५५ | विक्रमचोवोलीचोपाई जिनहर्प
(२८) ४०४ २१२७ विक्रमचोबोलीचोपाई
अभयसोम
४०६
४०८ | १०११
मन्थनाम
२२२५
५१०
४१४
३८६८ | विक्रमपचदंडचोपाई
४११ | ३६५१ विक्रमपचदडचोपाई
४१२ | ३६०२ | विक्रमपचदडचोपाई
४१३ | ३६६४ विक्रमपचदडचोपाई
विक्रमचोबोलीचोपाई
२०६०
राजस्थान पुरातवेत्वाम्षण मन्दिर
लिपि -
समय
विक्रमपचदंडचोपाई
कर्त्ता
विक्रमचोत्रोली तथा जिन प्रहेलिका २२०५ | विक्रमपचदंडचोपाई
४१५ | २१२८ विक्रमरास
उदयभानु
"
در
लक्ष्मीवल्लभ
121
"
در
लक्ष्मीकीर्ति
"
नरपति
भवर्धन
भाषा
रा०० | १५६७
रा०ग०
रा० १६वीं श. १६२वां
333
"
ار
"
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""
"
66
23
23
१८६६
१६वीं श.
१७=२
१७६८
१६वीं श.
१८५३
१८वीं श
१८वीं श
पत्र
सख्या
१७६२
२०
१८६६
८
२२
१२
११
२
११६
७२
१८८१ ८४
१६वीं श| १०६
७१
३४
२३
विशेष
गोदावरी ग्राम लिखित । सं० १५६५ मे रचित |
रचना स० १७२४ ।
सुनाम मे लिखित | अत्य २३ वां पत्र
अप्राप्त ।
पीपली ग्राम मे लिखित । स० १७२४ मे रचित ।
सादडी मे लिखित,
स० १७२४ मे रचित |
सिणधरी मे
लिखित | बिदासर मे लिखि
त । स० १७२८ मे रचित ।
स. १७२८ मे
रचित ।
अत्य ७२ वा पत्र
प्राप्त । लसावडी ग्राम से लिखित |
लगू मे लिखित स० १७२८ मे सबलसिंह नृपशासित
थलीनगर मे रचित । रचना काल शाके
१५०० ।
सं० १७२३ में जयतारण नगरी मे रचना, सुनाम में लिखित |
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