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क्रमांक प्रन्थाक
३४ १००८ श्राराधना
३५ | ३४६= |आरामशोभा चोपाई
३६
६४६ | श्रार्द्र कुमार चोपाई
३७ ३०३० श्रार्द्र कुमारचोपाई
३८
१४ | श्रद्र कुमारधवल
६२७ आपाडाभूति धमाल
३६
प्रन्यनाम
४०
६६६ | पाढाभूति धमाल
४१ २१६७ पाढाभूति घमाल
४२ ३५७३ आषाढाभूति धमाल (१०) ४३ | १०१२ | आषाढाभूतिरास
४४ | २०१५
पाढाभूति रास
४५ | २०६५ | पाढाभूतिरास
४६ | २३७४ आषाढाभूतिरास
(१५)
३२४५ | पाढाभूतिरास
४७
४८ ३६१६ | आषाढाभूतिरास
अजितदेव
दयासार
ज्ञानसागर
33
कनक सोम
19
29
"
"2
कर्त्ता
ज्ञानसागर
"
35
25
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19
रास
भाषा
राःगूः | १६४७
99
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31
37
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99
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11
33
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लिपि -
समय
""
१७४६
१०३०
१७७=
१७वीं श.
१७७
१७४
पत्र
सख्या
१८७४
१०
७५१
१६
१२
१३
३
३
२
ε
१२
१वीं श
६
१६वीं श ३२-३३ सं० १६३८ में
१८१३
१८वीं श
द
विशेष
{
५
सं० १५६७ वीरम
पुर रचना | मालपुरा मे लिखित ।
रचना सं० १७०४
सं० १७२४ चक्रा
पुरी रचना | मे
चक्रारी ग्राम में २० १७०४ मे रचना ।
१७६५
सं. १७२४ मे चत्रापुरी गांम में रचना |
१६वीं श ७२ से ६ सं. १७०४ चक्रापुरी
में रचना ।
[ १६५
मुलतानगर में । सं० १७२९ में लघु
वटपद्र मे रचना |
स० १७२७ में लघु
वडपद्र में रचित । सं० १६६४ में
मरिसर में रचित | ग्राम में लिखित | रचना
स० १६२८ ।
स० १६३८ में
रचना ।
सं० १६३= मे रचित ।
रचिन | जीर्ण प्रति ।
सं. १७२० में चमी.
पुरी में रचित । वमतपुर नगर मे लिखित ।
ताग्राम मे लिखित, स० १७०४ मे चक्रीपुर मे रचित ।