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(२३) रास
क्रमांक ग्रन्थाङ्क
प्रन्थ नाम
फर्ता
लिपि- पत्रभाषा
| समय । संख्या
विशेष
(१)
रचित ।
| ११२४ | अगड़दत्तचौरई सुमति हपंदत्त | रा0 गू० १६७६ / ६२-३६
सं० १६ १ में शिष्य ६६४ | अजापुत्र चौपई . सुमतिप्रभ ।" | १५२६ | ४२ स. १८२२ में रचना,
बजुतरी ग्राम में लिखित । सांचोर
मे रचित। अजापुत्ररास धर्मदेव " १८७१ १२/ संवत् १५६१ में
सीणी ग्राम में रचित पे (खे) टकपुर में
लिखित । १९२२ जनाचौपाई
१७६४ ३५५३ | अजनासुन्दरी चौपाई | पुण्यसागर । १८७७ नागर में लिखित। ३८६० अंजनासुन्दरी चौपाई | "
|सं.१६८८ में सांचोर मे रचिना हीया
देसर में लिखित। | ३८७६ अजनासुन्दरी चौपाई |
सकर ग्राम मे. लिखित । स. १३६
मे सांचर में रचिन। + | ३६६६ जनासुन्दरी चौपाई |
पा (खा) रीयानीवरा मे लिखित । स. १६८२ में साचंर में रचित ।
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११-७७
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